वाल्मीकि समाज के उत्कर्ष के लिए गायत्री परिवार की सक्रियता
बाल संस्कार शाला, नशा निवारण रैली, घर-घर संपर्क से समाज को नशामुक्त करने के लिए किए जा रहे हैं प्रयास
अलवर। राजस्थान
युवा प्रकोष्ठ अलवर गायत्री परिवार विगत लम्बे समय से वाल्मीकि बन्धुओं के उत्थान के लिए पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ सक्रिय है। गायत्री परिवार द्वारा श्रीवाल्मीकि मन्दिर, कच्ची बस्ती, बराई माता क्षेत्र, नई बस्ती, दिवाकरी, भांड बस्ती, खारबास मोहल्ले आदि में बाल संस्कार शाला, गायत्री महायज्ञ, सत्संग, नशा मुक्ति रैली, नशा निवारण शिविर आदि कार्यक्रमों का सतत आयोजन किया जा रहा है।
इसी क्रम में सन्त शिरोमणी रविदास जयंती नई बस्ती स्थित सरस्वती सेकेंडरी स्कूल में आयोजित पाँच कुण्डीय यज्ञ के साथ बड़े उत्साहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को नशामुक्त जीवन जीने की प्रबल प्रेरणाएँ दी गई। यह कार्यक्रम गायत्री परिवार अलवर की युवा इकाई के सदस्य नई बस्ती निवासी श्री चंद्रपाल जी के प्रयासों से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम को कई विद्वानों ने संबोधित किया। समाज सेवी श्री रामचरण वर्मा जी ने श्री चंद्रपाल जी का उदाहरण देते हुए बताया कि जिस प्रकार उन्होंने नशा त्याग कर अपने घर-परिवार को सँभाल लिया है। नशा छोड़ने के बाद उन्होंने अपना जीवन एवं दृष्टिकोण बदल लिया है। उनका अनुसरण करके हर व्यक्ति अपने जीवन को बेहतर बना सकता है। आज समाज और राष्ट्र को ऐसे ही युवाओं की, नागरिकों की जरूरत है।
यज्ञ की देवदक्षिणा के रूप में हेतराम जी, संजय जी, सीताराम जी, पिंटु और कृष्ण कुमार जाटव ने नशा त्यागने का संकल्प लिया। श्रीमती प्रतिभा सिंह जी एवं श्री नवल किशोर चौहान ने उन्हें गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिका, हारिए न हिम्मत, बलिवैश्व यज्ञ व अखण्ड ज्योति पत्रिका प्रदान की व तिलक लगाकर, पुष्पवर्षा कर सम्मान किया।
यज्ञ के पश्चात् सरस्वती सेकेंडरी स्कूल नई बस्ती दिवाकरी एवं सोहम पब्लिक सेकंडरी स्कूल के लगभग 300 विद्यार्थियों व यज्ञ में आए श्रद्धालुओं ने नई बस्ती मोहल्ले में विशाल नशामुक्ति रैली व सद्भावना रैली निकाली।