राज्यवार 14 प्रस्तुतियाँ होंगी । कार्यक्रम के स्वरूप में प्रवचन कम, मंथन एवं प्रस्तुतियाँ अधिक होंगी । प्रत्येक के आरंभ में एवं अंत में भूमिका एवं समीक्षा का प्रस्तुतीकरण केंद्रीय प्रतिनिधि करेंगे । प्रस्तुति मूलत: युवा क्रांति वर्ष में संपन्न हुए कार्यक्रमों की ही होगी । प्रारंभ में 26/1/18 को प्रस्तुतियाँ सामूहिक होंगी, फिर किसी कार्य विशेष की प्रस्तुतियाँ होंगी । कुल 14 राज्यों के 14 राज्यसमूह बनेंगे । म०प्र०, उ०प्र०, बिहार, झारखंड छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, ओडिशा, गुजरात, राजस्थान, बंगाल एवं पूर्वोत्तर, पूरा पश्चिमोत्तर (जम्मू सहित पूरा पंजाब), हिमाचल, उत्तराखंड एवं समग्र दक्षिण भारत ( चारों प्रांत) ।
गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण होगा जिसमें युवा आन्दोलन से जुडे सभी कार्यकर्त्ता उपस्थित होंगे । अलग- अलग आन्दोलनों के ध्वज बनकर लगेंगे तथा LED टीवी स्कीन तथा लेडी वाल्स लगेंगी, जो स्वयं बोल रही होंगी । स्मारिका का संपादन अभी से आरंभ हो रहा है । सामग्री सभी को शांतिकुंज में विषय से संबंधित भेजना है । प्रान्तवार सभी अपने-अपने आंदोलनों की पीपीटी बनाकर लाएँगे, इस कार्यक्रम में प्रवासी युवाओं (108) की तिलक लगाकर बिदाई की जाएगी । तथा एक यूथ विजन डाक्यूमेंट 2026 घोषित होगा । इसमें आगामी 9 वर्षों की 2026 तक की कार्ययोजना का विस्तार होगा । समापन पर युवाक्रांति नवसृजन संकल्प होगा ।