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सृजन चेतना की समर्थता और गरिमा
वर्तमान की विपन्नता का पर्यवेक्षण
विभीषिका से जूझने कौन आगे आये?
दो हाथों से ताली बजेगी दो पहियों की गाडी़ चलेगी
धर्मतन्त्र की उपेक्षित किन्तु मूर्धन्य शक्ति सामर्थ्य
मुहिम युग मनीषा को सम्भालनी होगी
महत्त्व लोक- मानस के परिष्कार का भी समझें
झकझोरने वाली वाणी मुखर करें
तथ्य, तर्क और प्रमाणों से भरे- पूरे युग साहित्य का सृजन
लोकरंजन के साथ लोकमंगल का समन्वय
जागृत आत्माओं की समयदान अंशदान श्रद्धांजलि
नैतिक, बौद्धिक और सामाजिक क्षेत्र की समग्र क्रान्ति
युग मनीषा कहाँ पायें, कहाँ खोजें, कहाँ पुकारें ?
सृजन प्रवासों में धर्मतन्त्र का शासन के साथ सहकार
नव सृजन का पूर्वार्ध जो हो चुका
युग परिवर्तन प्रक्रिया का उत्तरार्ध जो अभी ही क्रियान्वित होना है
हमीं एक कदम और आगे बढे़ं
युग मनीषा के कन्धों पर इन्हीं दिनों एक छोटा किन्तु महान उत्तरदायित्व
तमसो मा ज्योतिर्गमय
मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण
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Year 1982 - Version 1
Media: SCAN
Language: HINDI
तमसो मा ज्योतिर्गमय
First
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70
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Other Version of this book
Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
...
Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
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