समाज को नई दिशा देने के लिए आगे आएँ
विशाल जनसभा को संबोधित करते एवं गुरूस्मारक ‘प्रखर प्रज्ञा, सजल श्रद्धा’ का पूजन व लोकार्पण करते आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी
108 कुण्डीय महायज्ञ एवं प्रखर प्रज्ञा, सजल श्रद्धा का लोकार्पण समारोह
सादुलपुर, चुरू। राजस्थान
युवा युगनायक आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने 29 सितम्बर 2024 को गायत्री शक्तिपीठ सादुलपुर में ‘प्रखर प्रज्ञा, सजल श्रद्धा’ का लोकार्पण किया। यह लोकार्पण समारोह 29 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक की तिथियों में 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ सम्पन्न हुआ। आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने कलश यात्रा के उपरांत शक्तिपीठ प्रांगण में उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष वर्तमान युग में गायत्री और यज्ञ की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण ही प्रदूषित नहीं है, अपितु सूक्ष्म वातावरण भी दूषित है। यह गायत्री महायज्ञ वातावरण को शुद्ध करके समाज को कल्याण के मार्ग पर प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि समाज गलत दिशा में जा रहा है, भगवान पुकार रहे हैं, यदि आपके पास भावना है तो समाज को नई दिशा देने के लिए आगे आएँ।
108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के संचालन के लिए शान्तिकुञ्ज से श्री परमानन्द द्विवेदी की टोली पहुँची थी। मुख्य ट्रस्टी श्री जयसिंह कसवां द्वारा आभार ज्ञापन के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ।