आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या ने वघई कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर में भारतीय संस्कृति और शिक्षा के महत्व पर दिया प्रेरणादायक संबोधन
| 23 जनवरी, 2025 कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, वघई, गुजरात ||
गुजरात प्रवास के दौरान अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति, आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने वघई स्थित कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए आयोजित एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने “भारतीय संस्कृति एवं शिक्षा और विद्या” विषय पर गहन प्रकाश डाला।
अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में डॉ. पंड्या जी ने भारतीय शिक्षा प्रणाली की प्राचीन जड़ों और आधुनिक युग में उसकी प्रासंगिकता पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल जानकारी अर्जित करना नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण और समाज के कल्याण हेतु ज्ञान का उपयोग करना है।
उन्होंने भारतीय संस्कृति में शिक्षा और विद्या के महत्व को सरल और सटीक उदाहरणों के माध्यम से समझाया और युवाओं को अपने जीवन में नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उनके विचारों ने उपस्थित जनसमूह को आत्ममंथन करने और भारतीय शिक्षा के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा दी।