शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का सम्मान
कुरूद, धमतरी। छत्तीसगढ़
गायत्री शक्तिपीठ कुरूद में बसंत पंचमी पर्व तीन कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ मनाया गया। इस विशिष्ट अवसर पर अनेक लोगों ने विभिन्न संस्कार कराए। शक्तिपीठ कुरूद की प्रमुख प्रबंध ट्रस्टी श्रीमती साधना देवांगन ने बताया कि पावन बसंत पर्व पर भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा वर्ष 2023 में महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले कुरूद ब्लॉक की विभिन्न शालाओं के उपस्थित 15 शिक्षकशिक्षिकाओं का श्रीफल और साहित्य भेंट कर सम्मान किया गया। भा.सं.ज्ञा. परीक्षा में भाग लेने वाले कुरूद ब्लॉक के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र, देवस्थापना चित्र, गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिका एवं साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शत्रुघ्न साहू ने किया।
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आत्म निरीक्षण और विचार पद्धति का कार्य उसी प्रकार चलाना चाहिए जिस प्रकार साहूकार अपनी आय और व्यय का ठीक-ठीक खाता रखते हैं। हमारी दुर्बलताओं और कुचेष्टाओं का खर्च-खाता भी हो और विवेक सत्याचरण तथा आत...
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आत्म-निर्माण के कार्य में सत्संग निःसन्देह सहायक होता है किन्तु आज की परिस्थितियों में इस क्षेत्र में जो विडंबना फैली है, उससे लाभ के स्थान पर हानि अधिक है। सड़े-गले, औंधे-सीधे, रूढ़िवादी, भाग्यवाद...
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मनुष्य अनन्त शक्तियों का भाण्डागार है
मनुष्य अनन्त शक्तियों का भाण्डागार है। ये शक्तियाँ ही जीवन के उत्कर्ष का आधार हैं। शारीरिक, मानसिक, आत्मिक क्षमताओं का विकास, सफलता, सिद्धि, सुख और आनन्द की प्राप्ति सब इन्हीं आत्मशक्तियों के जागरण...
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आत्मचिंतन के क्षण
किसी एक समुदाय के विचार किसी दूसरे समुदाय के विरुद्ध हो सकते हैं। किसी एक वर्ग का आहार -विहार दूसरे वर्ग के विपरीत पड़ सकता है। एक की भावनायें, मान्यतायें आदि दूसरे से टकरा सकती हैं। इसी विविधता, व...