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मूल स्रोत का सम्बल-रोम्याँ रोल
ईश्वर हमारा सच्चा जीवन सहचर
प्रेम समस्त सद् प्रेरणाओं का स्रोत
आत्म कल्याण बनाम विश्व कल्याण
सेवा विहीन जीवन- निन्दनीय
कामनायें अशंगत न होने पायें
विचार शक्ति ही सर्वोपरि है
दोष दृष्टि को सुधारना ही चाहिए
परिवार का आदर्श और विकास
शारीरिक श्रम के प्रति अनास्था न रखें
जाति उपजातियों का दायरा चौड़ा किया जाय
गायत्री द्वारा प्राण शक्ति का अभिवर्द्धन
अपनों से अपनी बात-अप्रैल अंक दो बार पढ़ें और कुछ ठोस कदम उठायें
आत्म स्मरण (कविता)
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Year 1968 - Version 1
Media: SCAN
Language: HINDI
मूल स्रोत का सम्बल-रोम्याँ रोल
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Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
...
Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
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