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सत् को समझें, सत् को पकड़े
नियति के अन्तराल का सूक्ष्म प्रवेश अध्यात्म
उपासना की मनौवेज्ञानिक पृष्ठभूमि
स्थूल से असंख्य गुना समर्थ सूक्ष्म
विश्व शक्ति का उद्गम प्रति पदार्थ और प्रति व्यक्तित्व
चेतना जगत के अदृश्य सन्देश वाहक
मृत्यु भय का कारण और निवारण
ब्रह्माण्ड में विद्यमान किसित सभ्यताएँ
अति विलक्षण अचेतन की माया
प्रकृति विध्वंस का आयोजन भी करती है
वस्तुकला विशेषज्ञ ये नन्हें प्राणी
अभिवर्धन ही नहीं परिशोधन भी
मस्तिष्क पगलाता क्यों है?
प्रगति के लिए न अधीर होयें, न आतुर
परिस्थितियाँ भौतिक कारण आत्मिक
आत्महीनता की महाव्याधि और उससे छुटकारा
चुम्बकीय शक्ति, कितनी अद्भुत
मनोभावों का स्वास्थ्य पर प्रभाव
रोग से ज्यादा रोगी की शत्रु औषधियाँ
कविरा जिह्वा बाबरी तातें नाश-बिनास
अपनों से अपनी बात- नवयुग के अभिनव निर्झर-प्रज्ञा संस्थान
गायत्री आरण्यक का क्षेत्र विस्तार
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Year 1980 - Version 1
Media: SCAN
Language: HINDI
नियति के अन्तराल का सूक्ष्म प्रवेश अध्यात्म
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Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
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Version 1
Type: SCAN
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