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संस्कृति सत्य जिसकी पुनरावृत्ति सुनिश्चित है
हिन्दुत्व क्या है? हिन्दुत्व क्या है?
सफल, समृद्ध जीवन की रीति-नीति
सहस्र सा कर्मयत्
जीते जो जिन्दा दिल हैं, कायर बेमौत मरते हैं
संस्कृति के गौरवपूर्ण अतीत का एक अध्याय
सागर जैसी उदारता व विशालता विकसित हो
उद्धत, सनकी तो नहीं ही बनें
किस्मत का खेल नहीं, परोक्ष सत्ता की मदद
ऊर्जा का जखीरा नष्ट न होने पाये
प्रायश्चित बिना जीवन मुक्ति नहीं
मनुष्य से भी बढ़कर क्षमतावान हैं अन्य प्राणी
इस युग की व्याधि - उदासी
आश्विन नवरात्रि के सामयिक संदर्भ- आत्मिक शक्ति संवर्द्धन हेतु विशिष्ट अवसर
सुसंस्कारिता प्रयासपूर्वक जगानी पड़ती है
धर्म साध्य है तो विज्ञान साधन
संस्कारों का निरन्तर अजस्र प्रवाह
चेतनात्मक परिष्कार की दैवी प्रक्रिया
सर्वोपयोगी निरापद उपचार-पद्धति- सूर्य चिकित्सा
बलिष्ठ दैत्य बनें कि प्रतिभासम्पन्न देव
सतयुग, एक भवितव्यता
प्राणाग्नि का पूँज, यह देव पिंजर
धर्म का प्रयोजन, अंतःकरण की शुद्धि
मिट्टी की शपथ
मानव जीवन की सर्वोपरि सार्मथ्य-श्रद्धा
परम पूज्य गुरुदेव की अमृतवाणी
अपनों से अपनी बात- देव संस्कृति दिग्विजय अर्थात् ऐतिहासिक अश्वमेध आयोजन
अश्वमेध का अर्थ है अमृत वर्षा- अनुग्रह वर्षा
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AMRITVANI
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-
Year 1992 - Version 1
Media: SCAN
Language: HINDI
संस्कृति सत्य जिसकी पुनरावृत्ति सुनिश्चित है
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Other Version of this book
Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
...
Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
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