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जर्रे-जर्रे में समाई ईश्वरीय सत्ता
साधन, नहीं साधना
नर-पशु नहीं देव मानवों की पीढ़ी जन्में
दलदल से उबरें, जीवनोद्देश्य को जानें
यह वसुन्धरा वंध्या नहीं
महत्त्वाकांक्षा की सनक से खड़े ये अजूबे
भगवान् की इस धरोहर का दुरुपयोग न हो
एक समग्र अध्यात्म का प्रतिपादक ग्रन्थ है गीता
गायत्री महासत्ता की सुरक्षा-कवच
आदर्शवादी धारणा ही मानवी उत्कर्ष में सहायक
मूलभूत है अपने अंदर का देवत्व
निर्भय जीवन ही श्रेष्ठ जीवन
आत्मिक प्रगति को सरल बनाती है, संयम साधना
वार्द्धक्य को गरिमायुक्त बनाया जा सकता है
विपत्ति भी एक वरदान
उदासी पाल कर क्यों दुनिया को दुखी करते हैं आप
जाग्रत् जनशक्ति नवयु के सरंजाम खड़े करेगी
प्रज्ञायोगः एक युगानुकूल साधना प्रयोग
परम पूज्य गुरुदेव की अमृतवाणी, चार चरण-साधना, स्वाध्याय, संयम, सेवा
आवाज दे रहा महाकाल- आश्वमेधिक वसंत
प्रतीक्षा में न बैठें, स्वयं ही बढ़ चलें
धारावाहिक विशेष लेखमाला-१४, युगपुरुष पूज्य गुरुदेव पं( श्रीराम शर्मा आचार्य, युगऋषि जिनने साधना-सूत्रों को सरलमत बना दिया
सतयुग आएगा तो इसी आधार पर
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-
Year 1994 - Version 1
Media: SCAN
Language: HINDI
साधन, नहीं साधना
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Other Version of this book
Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
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Version 1
Type: SCAN
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नर-पशु नहीं देव मानवों की पीढ़ी जन्में
दलदल से उबरें, जीवनोद्देश्य को जानें
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एक समग्र अध्यात्म का प्रतिपादक ग्रन्थ है गीता
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धारावाहिक विशेष लेखमाला-१४, युगपुरुष पूज्य गुरुदेव पं( श्रीराम शर्मा आचार्य, युगऋषि जिनने साधना-सूत्रों को सरलमत बना दिया
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