होलिका दहन का विशिष्ट प्रयोग : मानवता को बचाने का संदेश दिया
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वाराणसी। उत्तर प्रदेश
गायत्री शक्तिपीठ नगवां लंका वाराणसी से जुड़े पांडेयपुर युवा मंडल के सदस्यों ने होलिका दहन कार्यक्रम के माध्यम से अश्लीलता निवारण और नशामुक्ति का संदेश दिया। उन्होंने अश्लीलता और व्यसनों को होलिका का ही रूप बताते हुए प्रह्लाद रूपी युवा वर्ग और मानव समाज को उसमें भस्म नहीं होने देने का आह्वान उपस्थित जनसमूह से किया।
गायत्री परिवार ने अपने संदेश में कहा कि होली जैसा पवित्र और सौहार्द्र बढ़ाने वाला पर्व आज अश्लीलता और नशे का पर्याय बनकर रह गया है। ऐसे में गायत्री परिवार की युग निर्माण योजना और विचार क्रांति अभियान के अंतर्गत लोगों के मन से दूषित विचार हटाकर सद्विचार की स्थापना करने के उद्देश्य से यह प्रतीकात्मक होलिका जलाई गई है। इस अवसर पर लोगों को व्यसन से बचाकर सृजन में लगाने हेतु प्रेरित किया गया।
वैदिक परंपरा के अनुरूप पर्व पूजन (विश्व कल्याण के भाव से गायत्री महायज्ञ के साथ), भगवान नृसिंह पूजन और नवान्न यज्ञ करते हुए सभी को परस्पर शुभकामनाएँ प्रदान की गई।