देश के शिक्षाविदों की कार्यशाला
देसंविवि की उदात्त परंपराओं का परिचय दिया
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र
नई दिल्ली में दिनांक 4 मई 2024 को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् शिक्षा मंत्रालय के भारतीय शिक्षा प्रणाली विभाग द्वारा भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को शैक्षणिक गतिविधियों में कार्यान्वित करने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य विषय विश्वविद्यालयों की दीक्षांत परंपरा में भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के बीजारोपण हेतु चिंतन-मनन था। इस अवसर पर पूरे भारत के अनेक विश्वविद्यालयों के कुलपति, केन्द्रीय संस्थानों के निदेशक एवं प्रोफेसर उपस्थित रहे।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी के मार्गदर्शन में उनके सहायक एवं शान्तिकुञ्ज के समर्पित कार्यकर्त्ता श्री रामवतार पाटीदार ने अपने विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी के मार्गदर्शन में 2 दशकों से चली आ रही देव संस्कृति की पुनीत परंपरा से आमंत्रित अतिथियों को अवगत कराया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय में ज्ञानदीक्षा के नवाचार और उसके प्रभावों से शिक्षाविदों को अवगत कराते
हुए इसे विद्यार्थियों के व्यक्तित्व परिष्कार की एक क्रान्तिकारी योजना बताया।