Magazine - Year 1958 - Version 2
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Language: HINDI
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धर्म प्रेमियों के सत्प्रयत्न
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झालू (बिजनोर) में 14 हजार आहुतियों का यज्ञ तीन दिवस तक किया गया। प्रभात फेरी भी बड़ी धूम धाम से लगाई गई। अनेक स्थानीय सज्जनों ने उत्साह से भाग लिया।
-विश्वम्भरदत्त जोशी
बेरदा (झालावाड़) में भी तेजरामजी के स्थान पर सामूहिक हवन किया गया।
-रामप्रसाद शर्मा
ताराबाड़ी घाट (पूर्णियाँ) में 23 से 25 फरवरी तक विश्व कल्याणार्थ 24 हजार आहुतियों का गायत्री यज्ञ किया गया। इसका विशेष श्रेय बरहकुम्बा शाखा के बाबा लम्बोदरदास को है, जिन्होंने भिक्षाटन करके इस यज्ञ का आयोजन किया। ता. 26 से 28 तक बहादुर गंज (पूर्णिमा) में भी 24 हजार आहुतियों का विशाल यज्ञ हुआ।
-खुशीराम शर्मा
मझोला (नैनीताल) में फरवरी मास में 30 हवन किये गये। मथुरा के बड़े यज्ञ के लिये यजमान व होता बनाये जा रहे हैं। जल्दी ही 5 ज्ञान मंदिर स्थापित होंगे।
-लक्ष्मणसिंह मनराल
बोरीवली (बम्बई) में 24 हजार आहुतियों का यज्ञ बड़े समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ। मथुरा तपोभूमि के सामवेद ज्ञाता श्री. श्रीकण्ठजी ने समस्त यज्ञ कार्य पूर्ण विधि से कराया। श्री शान्त वनजी का प्रभावशाली प्रवचन गुजराती भाषा में हुआ। शाखा के मन्त्री श्री सीताराम राठी ने अपना अनुभव प्रकट करके जनता के विश्वास को बढ़ाया। यज्ञ में नगर के बहुसंख्यक गणमान्य व्यक्तियों, पुलिस सुपरिण्टेन्डेन्ट, पोस्टमास्टर आदि ने भाग लिया।
-सौ. स्नेहलता बाई
पतारी (फतेहपुर) शाखा के सदस्य श्रीराम सनेही, वीरेन्द्रकुमारजी तथा स्वयं मैंने गायत्री परिवार की नई शाखाएं खोलने तथा अखंड ज्योति के ग्राहक बनाने का संकल्प लिया है।
-शंभूप्रसाद
तुरथिका (अछनेरा, आगरा) में होली के अवसर पर श्री उत्तमचन्दजी के स्थान पर सामूहिक हवन किया गया। श्री पन्नालालजी अस्थाना ने उपस्थित जनता को गायत्री व यज्ञ का महत्व समझाया।
-उम्मेदसिंह वर्मा
धामन्दा (सुसनेर, म. प्र.) में एक सामूहिक हवन प्राथमिक शाला में किया गया।
-कैलाशनारायण उपाध्याय
शाखागाँव (फतेहपुर) में हायर सेकेन्डरी स्कूल के हेडमास्टर ठा. राजकुमार सिंह की उपस्थिति में 10 मार्च को सामूहिक यज्ञ हुआ जिसमें जनता काफी तादाद में सम्मिलित हुई। गायत्री चालीसा वितरण किये गये।
-जगमोहनलाल निगम
गुलरियापुर (फर्रुखाबाद) के शाखा मंत्री श्री छोटेलाल वैद्य ने पिलखना में श्री सरजू के यहाँ, मलकपुर में महावीरप्रसाद जी दुबे के यहाँ, हमीरपुर रुरु में पं. मुनीश्वरप्रसादजी तथा रामेश्वरदयालजी गुप्ता के यहाँ, गुलरियापुर में श्रीमती शारदादेवी के यहाँ गायत्री हवन कराये। ये सब स्थान इटावा और फर्रुखाबाद में हैं और यज्ञों में बहुसंख्यक स्थानीय जनता ने भाग लिया।
- एक गायत्री प्रेमी
अहमदाबाद में श्रीनटवर भाई उमेदभाई पटेल, सोमचन्द छगनलालजी पटेल, तथा उमेदभाई सोमाभाई पटेल द्वारा 20 से 23 फरवरी तक 9 कुण्डों की विशाल यज्ञशाला में सवालक्ष आहुतियों का सामूहिक गायत्री महायज्ञ बड़े समारोह से सम्पन्न हुआ। यज्ञ में तपोभूमि (मथुरा) के पं. ज्वालाप्रसादजी शास्त्री के प्रवचन होते थे जिन्हें सभी गायत्री प्रेमी बड़ी श्रद्धा से सुनते थे। धार्मिक सिनेमा भी दिखलाया जाता रहा। यह यज्ञ स्वामी ब्रह्मानन्दजी की अध्यक्षता में पूर्ण शास्त्रोक्त विधि से सम्पन्न हुआ। पूर्णाहुति के अवसर पर गायत्री साहित्य तथा प्रसाद वितरण किया गया।
-एक गायत्री उपासक
जेगराजपुर (शाहजहाँपुर ) में 23 से 28 अप्रैल तक गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया है जिसमें दो लाख 40 हजार आहुतियां दी जायेंगी। अनेक महात्मा यज्ञ में भाग लेंगे, जिनके धर्मोपदेश श्रवण करने का लाभ इस अवसर पर प्राप्त होगा।
-बाबा कोमलदास
अमृताखास (पीलीभीत) में होली के पर्व पर 2400 आहुतियों का सामूहिक यज्ञ किया गया। श्री सोहनलालजी ने अपना प्रचार साहित्य ग्रामीण जनता को बाँटकर महायज्ञ के लिये होता व यजमान बनाये। इस यज्ञ से स्थानीय जनता बहुत प्रभावित हुई।
-शाखा मन्त्री
लखनादौन (म.प्र.) में हनुमानजी के मन्दिर पर सामूहिक हवन किया गया। श्रीशंकरावजी रावत ने एक वर्ष में 24000 मन्त्र लेखन का संकल्प किया है।
-इमरतलाल गोल्हानी
दिगौड़ा (टीकमगढ़) के गायत्री परिवार वालों ने 30 मील चलकर निवाड़ी स्टेशन पर पूज्य आचार्यजी का स्वागत किया। निवाड़ी वालों ने भी स्वागत किया। मैं वहीं से आचार्यजी के साथ चला। महोबा तक प्रत्येक स्टेशन पर हार्दिक स्वागत किया गया। महोबा में तो अवर्णनीय धूम-धाम हुई और वहाँ ऐसा उच्चकोटि का विचार विमर्श हुआ जो मानव को महामानव बनाने की क्षमता रखता है।
-बैजनाथप्रसाद सौनकिया
बापूनगर (अहमदाबाद) में श्री रमेशचन्द्र चिन्तामणि नेवे के यहाँ 25 फरवरी को सामूहिक हवन किया गया। फिर इन्हीं के यहाँ होली के अवसर पर रुद्राभिषेक व सत्यानारायण की कथा का आयोजन हुआ। अन्त में सामूहिक रूप से गायत्री माता की आरती हुई। यज्ञ कार्य पं. ज्वालाप्रसादजी द्वारा विधिवत् सम्पन्न कराया गया।
-प्रत्यक्ष दर्शी
मुराद नगर (मेरठ) में महा शिवरात्रि पर सत्यनारायण मन्दिर पर सामूहिक हवन किया गया और रात को आयुध निर्माणी सनातन धर्म सभा द्वारा अखण्ड कीर्तन किया गया।
-भगवानशंकर मेहता
आरंग (रायपुर) में माघ सुदी 11 को श्री फगुआरामजी साहु तथा फागुन वदी 11 को श्री जैहरिमाधव रामजी के यहाँ सामूहिक गायत्री यज्ञ श्री विद्याप्रसाद जी मिश्र की अध्यक्षता में हुआ। मौहल्ले के लोगों ने यज्ञकुण्ड तथा मंडप के निर्माण में उत्साह से भाग लिया। यह भी निश्चित हुआ कि प्रत्येक एकादशी को इसी प्रकार एक-एक मौहल्ले में आयोजन किया जाय।
- जेठूराम थानूराम साहू
उज्जैन (म.प्र.) के नागा बाबा की तलाई मौहल्ले में गायत्री परिवार की शाखा श्री सालगरमजी सोनी के प्रयत्न से स्थापित की गई। ग्यारह सदस्यों द्वारा 1188 आहुतियों का हवन कराया गया। इसके बाद भैरुंगढ़ शाखा के श्री रामदयाली शर्मा व देवी सिंह जी और गनेश्पुर के गायत्री परिवार के सदस्यों ने मिलकर रात के 11 बजे तक धर्मफेरी की और अनेक याज्ञिक बनाये।
-एक सदस्य
डबरा की अग्रवाल राइस मिल के पुनः उद्घाटन के पूर्व एक सामूहिक यज्ञ किया गया जिसमें करीब 250 व्यक्तियों ने भाग लिया।
-द्वा.प्र. बड़ेरिया
इन्दरनगर (टेलको) में श्री वासदेवसिंह व मंगल दुबे के स्थानों पर सामूहिक यज्ञ किये गये।
-ठाकुरदत्त कपलीश
कानपुर में गायत्री परिवार की ओर से 1822 माला जप और 667 चालीसा भेंट किये गये। अधिकाँश सदस्यों द्वारा होता व यजमान बनाने के लिये धर्मफेरी लगाई गई।
-अयोध्याप्रसाद दीक्षित
सरैयाँ बगडौरा (स्टेशन रसड़ा जि. बलिया उत्तर प्रदेश) में बैसाख सुदी 12-13-14-15 को 9 कुण्डों में 24 लाख जप व 24 हजार आहुतियों के गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया है। आसपास के सभी गायत्री उपासकों को सादर निमंत्रित किया गया है।
-महात्मा तिवारी
सटई (छतरपुर म. प्र.) में गायत्री जयन्ती के अवसर पर 28 मई को 2400 आहुतियों का गायत्री यज्ञ किया जायगा। उसी दिन शाखा मंत्रियों का एक गायत्री सम्मेलन भी होगा। इसके लिये श्री शिवप्रसाद पाठक व छेदीलालजी शर्मा वैद्य काफी परिश्रम कर रहे हैं।
-काशीराम राय
महासमुन्द (रायपुर) में शिवरात्रि के अवसर पर शाखा की स्थापना की गई और एक नवीन यज्ञ कुण्ड का उद्घाटन श्री विद्याप्रसाद जी मिश्र द्वारा किया गया। आरंग शाखा के सदस्यों ने भी इसमें काफी संख्या में सहयोग दिया।
-दयालजी भाई गुजराती
नागरपुर में ता. 7 से 14 फरवरी तक शिविर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। सुबह 5॥ से 7।। बजे तक शाम को 6॥ से 8 बजे तक श्री प्रभु आश्रितजी और श्री वानप्रस्थीजी द्वारा बौद्धिक और आध्यात्मिक शिक्षा दी गई।
-बलराम पारधी
रमिया वेहड़ (खीरी, उ. प्र.) में श्री चमनलाल जी सूरी व श्री यशवंत शर्मा ‘वीर’ की अध्यक्षता में 58564 आहुतियों का हवन बड़े समारोह से सम्पन्न हुआ। श्री. श्रीपालजी (चहलुआ) और सूर्यप्रसादजी (रमुबापुर) के यहाँ 12-12 हजार आहुतियों के हवन किये गये। पं. लालजाप्रसाद मिश्रा सर्वोदयी खीरी जिला में मथुरा में होने वाले महायज्ञ तक 12 हजार आहुतियों के 108 यज्ञ कराने का संकल्प कर चुके हैं।
-चतुर्भुज त्रिपाठी
रमिया बेहड़ (खीरी) में श्री चमनलालजी सूरी की अध्यक्षता में गायत्री प्रचारकों की एक मीटिंग हुई जिसमें मथुरा में होने वाले यज्ञ की पूर्ति के लिये निम्नलिखित सज्जनों ने बड़े उत्साह वर्धक संकल्प किये-श्री लालप्रसाद सर्वोदयी 240 होता व यजमान और 108 शाखा; श्री शिव भगवानप्रसाद अग्निहोत्री 108 होता और 24 शाखा; श्री चतुर्भुज त्रिपाठी 24 होता और 5 शाखा; स्वामी सर्वदानन्दजी 108 होता व 5 शाखा; श्री रामरुपजी 10 होता; श्री मुनि प्रसादजी 24 होता। इसी भाँति सभी उपस्थित सदस्यों न कुछ न कुछ संकल्प किये।
-चतुर्भुज त्रिपाठी
बिलासपुर (म. प्र.) में लगभग 40 पुरुष व महिला सदस्यों ने शिवरात्रि के पर्व पर 4 हजार आहुतियों का यज्ञ किया। आगामी नवरात्रि अनुष्ठान उत्साह पूर्वक मनाने के सम्बन्ध में भी विचार विमर्श हुआ।
-सुधाराम महाजन
दैलबारा बानपुर (झाँसी) में मकर संक्रान्ति के अवसर पर 5 कुण्डों की भव्य यज्ञ शाला में बड़े उत्साह से गायत्री यज्ञ सम्पन्न हुआ। आस-पास की जनता और परिवार के व्यक्तियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। मथुरा से पधारे स्वामी प्रेमानन्दजी व ब्रह्मचारियों के प्रभावशाली उपदेश हुये। झाँसी से श्री गिरिजासहायजी खरे पधारे और उन्होंने बड़े परिश्रम से यज्ञ का संचालन किया।
-प्रभुदयाल श्रीवास्तव
दिगारा (झाँसी) में पं. रामनारायण पस्तोर ने पुत्र जन्मोत्सव पर एक गायत्री महायज्ञ 5 कुण्डों की यज्ञशाला में किया। यज्ञ बड़ा सफल रहा और आस-पास के ग्रामों में अत्यधिक प्रचार हुआ। मथुरा से आये ब्रह्मचारियों ने मैजिक लालटैन द्वारा सदुपदेश देकर ग्रामवासियोँ को गायत्री उपासना की ओर आकृष्ट किया।
-बालकृष्ण अग्रवाल
महोबा (झाँसी) में मार्च 14 से 16 तक 9 कुण्डों का विशाल यज्ञ करने का आयोजन किया गया है।
-प्रेमचन्द्र अग्रवाल
झाँसी में 25 से 29 मार्च तक 25 कुण्डों की यज्ञशाला में एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया है। सभी गायत्री उपासकों को निमन्त्रित किया गया है।
-बालकृष्ण अग्रवाल
नासिक रोड़ (बम्बई प्रान्त) में श्री गाडे (सुपर वाइजर करेन्सी नोट प्रेस) के यहाँ महाशिवरात्रि के अवसर पर एक बड़ा यज्ञ सम्पन्न हुआ। श्री बेरी, डिप्टी मास्टर सेण्ट्रल स्टाम्प स्टोर, श्रीमती बेरी, श्री संत, श्रीदेश पाँडे, श्रीबेल्दे ने भी यज्ञ में सहयोग दिया। श्री हीरामन, श्री जोशी, श्री नबल पाटिल, श्री गंगाधर और श्री श्रीधर ने बहुत परिश्रम करके यज्ञ को सफल बनाया।
-मानसिंह
साँगोद (कोटा) साँगोद व कनवास तहसीला का द्वितहसीलीय सम्मेलन 15 व 16 फरवरी को सानन्द सम्पन्न हुआ। श्रीशम्भूसिंह जी हावड़ा ने क्षेत्रीय परिजनों को प्रचार हेतु प्रोत्साहित किया।
-बद्रीलाल पंचोली
चिंचड़ा (बेतूल) में सामूहिक हवन सब सदस्यों ने मिलकर बड़े उत्साह से किया। श्री. कुँजीलाल बाईकर, श्रभद्दू भूटर और फुलावाई ने 52 उपवास और सवालाख जप करने का संकल्प किया।
-कुँजीलाल बाईकर
मझिया (हरदोई) में 2400 आहुतियों का बड़ा यज्ञ बखरिया ग्राम के श्री माखन के यहाँ हुआ। जरेली शाखा के मन्त्री श्री यदुनाथसिंह और मझिया के बहुत से सदस्य यज्ञ में सम्मिलित हुये। दूसरे दिन 6-7 सौ व्यक्तियों को भोजन कराया गया। स्थानीय साधक श्री सुरेशपालसिंह ने विशेष सहयोग दिया।
-प्रभुदयाल वैद्य
बिजरपुर (मुरैना, म. प्र.) में वैसाख सुदी 13 से 15 तक 5 कुण्डों की यज्ञशाला में एक बड़ा यज्ञ करने का निश्चय किया गया है।
-रामसेवक शर्मा
छतेपुर (शाहजहाँपुर) में 5 कुण्ड व 24 हजार आहुतियों का एक यज्ञ बैसाख वदी 9, 10, 11 को होने जा रहा है, जिसमें मथुरा से परमपूज्य आचार्य जी ने आने की स्वीकृति दे दी है। इस अवसर पर शाहजहाँपुर जिले की समस्त शाखाओं का सम्मेलन होगा। श्री जगदम्बाप्रसादजी अध्यापक विशेष उत्साह दिखा रहे हैं।
-शाखा मन्त्री
बकानी (झालावाड़) में ग्रामीण जनता में गायत्री का प्रचार बढ़ रहा है। गतवर्ष यज्ञ के प्रभाव से वर्षा ऐसी उत्तम हुई कि पैदावार में आशातीत वृद्धि दिखलाई पड़ी। इससे उत्साहित होकर ग्रामीण जनता इस वर्ष भी गायत्री महायज्ञ करने का विचार कर रही है।
-भंवरलाल शर्मा
शिवराजपुर (फतेहपुर यू. पी.) में अखण्ड रामायण पाठ के साथ गायत्री यज्ञ किया गया और 101 कन्याओं को निमंत्रण देकर भोजन कराया गया।
-बैजनाथ त्रिपाठी
मुँगेली (बिलासपुर) में गायत्री शाखा की स्थापना की गई है। विलासपुर के पाँच गायत्री सदस्यों ने वहाँ जाकर यज्ञ कराया। शाखा मंत्री का काम पं. लखनलाल पाठक को सौंपा गया।
-सुधाराम महाजन
कंकरखेड़ा (मेरठ) में कई गायत्री शाखाओं के सदस्यों ने पाँच हजार आहुतियों का सामूहिक यज्ञ किया जिसके अध्यक्ष हंसूपुर (बिजनौर) निवासी पं. पीताम्बरदत्त ज्योतिषी थे। सदस्यों ने बड़ी श्रद्धा के साथ धर्मफेरी लगाई। यज्ञ को सफल बनाने में पं. गिरिजा शंकर त्रिपाठी, देवीदयालजी, करनसिंह जी, कृष्णप्रकाश जी बसंल आदि ने विशेष परिश्रम किया।
-शाखा मंत्री
हापुड़ (मेरठ )में ता. 21 फरवरी को मेरठ की समस्त शाखाओं की एक मीटिंग हुई जिनमें इन शाखाओं की ओर से अधिक से अधिक होता और यजमान बनाने के लिये एक कार्यकारिणी बनाई गई। हापुड़ की शाखा ने 108, खरखोदा ने 54 और मेरठ ने 108 होता व यजमान ले जाने का भार लिया। श्री रेवतीशरण जी ने गाजियाबाद जाकर शाखा स्थापित की।
बिलारी (मुरादाबाद) में जिले की समस्त शाखाओं की एक मीटिंग हुई जिसमें एक कार्यकारिणी कमेटी समस्त शाखाओं का कार्य सुचारु रूप से चलाने के लिये बनाई गई। बिलारी शाखा ने 108 होता और यजमान बनाने का संकल्प किया। यहाँ के तहसीलदार साहब बड़ी ही धार्मिक प्रवृत्ति के हैं। उन्होंने अपने यहाँ होता व यजमान बनाने में पूर्ण सहायता देने का आश्वासन दिया है।
-शाखा मंत्री
शाहजहाँपुर के ढकियारघा ग्राम में भी धर्मे सिंह जी अध्यापक के प्रयत्न से एक यज्ञ सम्पन्न हुआ। शाम को सत्संग हुआ। इसी प्रकार शाखा हथौड़ा बुजुर्ग में ढाई घाट में एक यज्ञ हुआ। जिसमें श्री प्रेमदास जी राठौर व श्री रामबुझावनदास का उत्साह सराहनीय रहा। मुरादपुर माती में अनेक ग्रामों के सदस्यों की मीटिंग हुई जिसमें 24 शाखा स्थापित करके अपना एक अलग मण्डल स्थापित करने का विचार किया गया।
-शाखा मंत्री ढकियारघ
छिबरामऊ (फर्रुखाबाद) में सवा लक्ष आहुतियों का गायत्री महायज्ञ 16 से 18 फरवरी को सम्पन्न हुआ। इसमें महिलाओं ने अधिक भाग लिया, क्योंकि बहिन कृष्णाकुमारी जी ने इसे सराहनीय बनाने के लिये अथक परिश्रम किया था। पं. रामलाल जी पाण्डेय का उत्साह भी सराहनीय रहा है यज्ञ को सम्पन्न करने के लिये मथुरा से ब्रह्मचारी योगेन्द्र जी व कृपाशंकर जी पधारे थे। स्वामी प्रेरक नन्दजी के तीन दिन तक मार्मिक प्रवचन भी होते रहे। परम पूज्य आचार्य जी ने अनेक स्थानों से एकत्रित सदस्यों को अपनी संस्था का मूल उद्देश्य समझाया और पूर्णाहुति में अधिक से अधिक होता व यजमान आदि आने का विशेष जोर दिया।
-मंत्री गायत्री परिवार
बबराला (शाहजहाँपुर) में श्री गायत्री प्रसाद गुप्ता की प्रेरणा से गायत्री शाखा की स्थापना हुई अनेक सदस्य यज्ञ के भागीदार बने हैं और साप्ताहिक हवन होता है। बसन्त पंचमी के अवसर पर सामूहिक हवन किया गया।
-शाखा मंत्री
मनसूरपुर मिल (मेरठ) के गायत्री परिवार की प्रेरणा से अजमतगढ़ में श्री जानकीप्रसाद के यहाँ 65 हजार जप व 10 हजार आहुतियों का यज्ञ किया गया। दूसरा यज्ञ श्री हरिश्चन्द्र के यहाँ 12 हजार आहुतियों का हुआ।
-बनारसी दत्त शंकर
हड़हा (हरदोई) में 24 हजार आहुतियों का यज्ञ धूमधाम से सम्पन्न हुआ, जिसमें श्री चमन लालजी सूरी, श्री महावीरप्रसाद जी गुप्त और स्वामी केवलानन्दजी भी पधारे थे। 100 चालीसा व अन्य पुस्तकें भी बाँटी गई।
-रामाश्रय त्रिपाठी
ग्राम सिनगुण (जिला निमाड़) में छोटी कसराबद के श्री किशोरसिंह जी दसोंदी की प्रेरणा से गायत्री शाखा की स्थापना की गई। महाशिवरात्रि के अवसर पर 30 सदस्यों द्वारा सामूहिक हवन किया गया।
-परसाई छगनलाल मगनलाल शर्मा
टीकमगढ़ (म. प्र. में) श्री पन्नालाल वकील के स्थान पर 5 हजार आहुतियों का हवन बड़े उत्साह से सम्पन्न हुआ। यह हवन एक नये कारखाने के उद्घाटन के उपलक्ष्य में हुआ था जिसका नाम “गायत्री उद्योग भवन” रखा गया है। मथुरा के यज्ञ सम्बन्धी परिपत्र आस पास के गाँवों में बाँटे गये हैं।
-जगतराम पस्तोर
ग्राम भेसाना (राघोगढ़, म. प्र.) गायत्री शाखा का निर्माण किया गया, जिसके मंत्री पं. मोहनप्रसाद जी चुने गये हैं। ता. 23 फरवरी को इस शाखा के दस सदस्यों को यज्ञोपवीत दिया गया। श्री रामवल्लभ महेश्वरी की कार्य कुशलता सराहनीय रही। ता. 5 मार्च को राघोगढ़ में गायत्री पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया जिसके लिये 122।/) का चन्दा एकत्रित किया गया।
-बाबूलाल शर्मा
ग्राम गोविन्दपुर (भागलपुर, बिहार) में सामूहिक प्रभात फेरी और संकीर्तन का कार्यक्रम सन् 1957 की चैत्र नवरात्रि से आरम्भ किया गया था। इसकी पूर्णाहुति सन् 58 की चैत्र नवरात्रि के अवसर पर होगी, जिसमें अखंड कीर्तन, ब्रह्म भोज, ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान साहित्य वितरण आदि की योजना की गई है।
-अर्जुनप्रसाद गोस्वामी
झाँसी (उ. प्र.) के गायत्री परिवार के पाँच व्यक्तियों ने ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान की पूर्णाहुति के लिये यजमान और होता तैयार करने के लिये दो-दो तीन-तीन मास की छुट्टी लेकर गांव-गांव में घूमने का व्रत लिया है। ये सब सदस्य रेलवे में नौकरी करते हैं।
-बालकृष्ण अग्रवाल
सकेरा भड़ारन (टीकम गढ़) में शिवरात्रि के अवसर पर 11 हजार आहुतियों का सामूहिक हवन किया गया जिसमें 165 चालीसा पाठ भी हुये। श्री चन्द्रभान त्रिपाठी का प्रभावशाली प्रवचन हुआ। श्री आम्बिकाप्रसाद जी, पं. नाथूराम जी तिवारी ने सहयोग दिया।
-राजाराम तिवारी
बड़गाँव (गोंडा) में गायत्री महायज्ञ 24 से 29 फरवरी तक सम्पन्न हुआ, जिसमें परम पूज्य आचार्यजी, स्वामी विवेक जी, श्रीमती विद्यावतीजी, स्वामी आत्मानन्दजी, श्रीरामभरोसेदासजी आदि महात्मागण पधारे थे। यज्ञ समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ और अन्त में ब्राह्मण भोजन व ज्ञान दान कराया गया।
-रामसेवक त्रिपाठी
चौचौड़ा (गुना) में शिवरात्रि पर भी चम्पालालजी श्रीवास्तव वकील के स्थान पर सामूहिक हवन हुआ, जिसमें वैदिक श्लोक एवं गायन प्रार्थना द्वारा स्तवन होकर प्रसाद वितरण किया गया। यहाँ एक गायत्री पुस्तकालय भी स्थापित किया गया है।
-शाखा मंत्री
सीमेंट फैक्टरी (सवाई माधौपुर) में श्री गौरी सहायजी गुप्ता स्टेशन पोस्ट मास्टर के यहाँ श्री शंभुसिंह जी हाडा की अध्यक्षता में एक सामूहिक हवन किया गया जिसमें श्री द्वारकाप्रसादजी वकील, सहायक स्टेशन मास्टर, टोंक के सेठ जी, स्टेशन गुड्स र्क्लक आदि गायत्री प्रेमियों ने भाग लिया। सवाई माधोपुर के कस्बे में, नई गायत्री शाखा का संगठन किया गया। जिसके मंत्री श्री बृजमोहनसिंह जी चुने गये।
-हंसराज जुनेजा
रानीमूड़ा (कालाहन्डी, उड़ीसा) में 50 सदस्यों ने सामूहिक रूप से सवा लक्ष जप तथा 5 हजार आहुतियों का हवन उत्साहपूर्वक सम्पन्न किया। ता. 1 मार्च को पूर्णाहुति हुई। श्री गोपीनाथ का कार्य बहुत प्रशंसनीय था। हमारे क्षेत्र के पदाधिकारी श्री विनायकप्रसाद जी का भी आगमन हुआ।
-श्री हरिकृष्ण शर्मा
दिगौड़ा (टीकमगढ़) में गायत्री शाखा द्वारा भुवनेश्वर महादेव के स्थान पर पक्की यज्ञशाला बनाने का कार्य आरम्भ हो गया है। इस महीने में यजमान और होता बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। शाखा के मंत्री श्री बैजनाथप्रसाद सौनकिया के पिता का स्वर्गवास हो जाने से विशेष कार्य सम्पन्न न हो सका, तो भी सौनकिया जी शाखा सम्बन्धी महत्वपूर्ण कार्य में लगे हैं।
-गोविन्ददास भार्गव
पयागपुर (बहराइच) में होली के अवसर पर 2400 आहुतियों का सामूहिक यज्ञ किया गया और सब लोगों ने मिलकर प्रेम पूर्वक होली का त्यौहार मनाया। जबकि अभी तक इस अवसर पर गन्दगी और गालियों की अधिकता रहती थी, इस वर्ष होली बड़ी सभ्यता पूर्वक मनाई गई।
-देशराज पाठक
कुढार (एटा) के गायत्री परिवार के मंत्री श्री चुन्नीलाल जी के प्रयत्न से 5 नवीन शाखायें स्थापित की गई हैं-(1) भोयस में ठा. राजवीरसिंह जी (2) मालपुर पो. सहसवान में श्री मिश्रीलालजी (3) सिरसा में श्री नाथूराम गुप्ता (4) विजयगढ़ में पं. किशनलाल शर्मा और (5) फाजिलपुर में श्री सियाराम जी शर्मा को मंत्री चुना गया है।
-शाखा मंत्री
बुढ़ार (एटा) के श्री शंकरलाल जी डॉक्टर ने हाल में 5 कुण्डों का यज्ञ समारोह के साथ किया था। इसमें मथुरा तपोभूमि की ओर से स्वामी ब्रह्मस्वरूप व पं. ज्वालाप्रसाद जी ने विशेष परिश्रम किया। अब डॉ. शंकरलाल जी ने अपनी ही तरफ से 51 कुण्डों के यज्ञ का संकल्प लिया है।
-शाखा मंत्री
मालपुरा (पो. सहसवान, बदायूँ) में 9 कुण्डों की सुरम्य यज्ञशाला में एक विशाल यज्ञ का आयोजन श्री मिश्रीलाल स्वर्णकार द्वारा किया गया है। इनमें सवालक्ष आहुतियाँ दी जायेंगी और अनेक विद्वानों के प्रभावशाली प्रवचन होंगे।
-गायत्री भक्त
इन्दौर (म. प्र.) में श्री हरि पुराणिक (व्यास, फला, जूनी, इन्दौर) श्री परमानन्द जी जोशी (पागनिस पारा, बैराठी कालोनी) तथा श्री बेनीप्रसाद जी भार्गव (मार्तण्ड चौक) के यहाँ तीन विशाल सामूहिक हवन उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुये। इनमें श्री बाबूराव जी जमींदार, श्री भार्गव साहब आदि का पूर्ण सहयोग रहा।
-सत्यनारायण तिवारी
बेलिया (मन्दसौर) में नवीन शाखा की स्थापना की गई है, जिसके मंत्री श्री कन्हैयालाल जी देबड़ा सर्वसम्मति से चुने गये। ता. 9 को भावसारन मन्दिर के सामने सामूहिक यज्ञ किया गया जिसमें सभी सदस्यों और अन्य धार्मिक जनों ने भाग लिया।
-नन्दकिशोर अमोटा
बुलन्दशहर जिले की समस्त शाखाओं की एक मीटिंग भूतेश्वरनाथ के मन्दिर में ता. 9 मार्च को हुई जिसमें गायत्री परिवार के उद्देश्यों पर विचार-विनिमय किया गया। स्वामी योगानन्द जी ने 240 यजमान, होता व संरक्षक बनाने का संकल्प किया। इसके अतिरिक्त बुलन्दशहर शाखा ने 108, धरौरा मुस्तफाबाद शाखा ने 54 और गुरावली शाखा ने भी 54 यजमान होता बनाने का संकल्प किया। स्वामी आत्मानन्द जी ने जिले की समस्त शाखाओं में धर्मफेरी का प्रोग्राम बनाया। बुलन्दशहर व गुरावली में शीघ्र ही बड़े यज्ञ होने की आशा है।
-शाखा मंत्री
कानपुर में शिवरात्रि के अवसर पर स्टेट बैंक में 40 व्यक्तियों द्वारा सामूहिक हवन किया गया। दूसरा हवन बलखण्डेवर महादेव (सीसामऊ) में श्री नरेन्द्रकुमार की अध्यक्षता में किया गया; जिसमें मौहल्ले के अनेक व्यक्तियों ने भाग लिया। अन्त में ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान की पुस्तकें व प्रसाद वितरण किया गया।
-अयोध्या प्रसाद दीक्षित