
वास्तविक जीवन की झलक (kavita)
Listen online
View page note
Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
विपदाओं संघर्षों पर जय पाना जीवन है,
भीगे नयनों के पट पर मुस्काना जीवन है।
जीवन है मकरन्द खिले फूलों में मिलता है,
जीवन है अरविन्द स्वच्छ सरवर में खिलता है।
जीवन चपल अलिन्द सुमन पर रुकता-झुकता है,
जीवन मस्त गयन्द जिसे माटी ही मुक्ता है॥
दुख की वीणा पर सुख का स्वर गाना जीवन है।1।
जीवन गति का नाम, धाम से जिसको काम नहीं
जीवन है वह पंथ कि जिस पर यति विश्राम नहीं
जीवन है पाथेय समय के अविचल राही का
जीवन है बल कुरुक्षेत्र के तपे सिपाही का
पौरुष के माथे पर श्रम का बाना जीवन है।2।
जीवन है शृंगार कर्म का, तप की गीता है,
जीवन है वह घट जो अक्षय जल पी रीता है,
जीवन उसका अनुगत जिसने उसको जीता है,
जीवन उसका स्वामी जिसका यौवन बीता है,
सगर-सुतों पर सुरसरि-धार बहाना जीवन है।3।
जीवन चिर जाना फिर सी युग युग अनजाना है,
जीवन प्राप्ति कि जिसका आशय ही खो जाना है,
जीवन कलित कल्पना सपनों की रंगीनी है,
जीवन मौन मृत्यु मन्दिर के लिए नसेनी है,
जीवन मिटना मिट कर के बन जाना जीवन है।4।
विपदाओं संघर्षों पर जय पाना जीवन है।
-विद्यावती मिश्र
*समाप्त*