
युवा आइकान डॉ पण्ड्या ‘ग्लोबल साउथ लीडरशिप काउंसिल’ में देंगे व्याख्यान
हरिद्वार 4 अप्रैल।
ग्लोबल साउथ लीडरशिप काउंसिल में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर विषेशज्ञ के रूप में अपने विचार साझा करेंगे। इस हेतु युवा आइकॉन को ‘ग्लोबल साउथ लीडरशिप काउंसिल की ओर से आमंत्रण प्राप्त हुआ है। यह सम्मेलन द हियूम-एआई-न फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है, जो विकासशील देशों के सामने मौजूद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी चुनौतियों और अवसरों पर विचार करते हुए सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करती है। इसमें भारत सहित विभिन्न देशों के विशेषज्ञ प्रतिनिधि भाग लेंगे।
द हियूम-एआई-न फाउंडेशन द्वारा अखिल विश्व गायत्री परिवार और देव संस्कृति विश्वविद्यालय में युवा आइकॉन डॉ. पंड्या के नेतृत्व में वैश्विक कल्याण हेतु किए जा रहे उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में नई रणनीतियाँ बनाने हेतु आमंत्रित किया गया है, जिससे विश्व में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध डॉ पंड्या विज्ञान और अध्यात्म के समन्वय से वैज्ञानिक आध्यात्मिकता की अवधारणा को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके नेतृत्व में देव संस्कृति विश्वविद्यालय में स्थित सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नैतिक और समाजोपयोगी पहलुओं पर शोध कर रहा है। इसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मानवीय मूल्यों से जोड़कर इसे समाज के लिए एक सकारात्मक शक्ति बनाना है।
युवा आइकॉन डॉ. पंड्या का मानना है कि आधुनिक तकनीक और आध्यात्मिक सिद्धांतों का संगम मानवता के कल्याण के लिए नए मार्ग खोल सकता है। ग्लोबल साउथ लीडरशिप काउंसिल में उनकी भागीदारी इस दिशा में और मजबूती प्रदान करेगी।