महिला सशक्तिकरण हेतु टाटानगर में संगोष्ठी आयोजित
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3689/IMG-20240714-WA0023.jpg-u2nGZYNQM_nk93)
गायत्री ज्ञान मंदिर भालूबासा टाटानगर में प्रज्ञा महिला मंडल और नवयुग दल युवा प्रकोष्ठ के द्वारा एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी मका आयोजन
जमशेदपुर। गायत्री परिवार टाटानगर का प्रज्ञा महिला मंडल और नवयुगदल युवा प्रकोष्ठ के द्वारा आज गायत्री ज्ञान मंदिर भालूबासा में प्रातः 10:00 बजे से एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी महिला सशक्तीकरण विषय पर आयोजित हुई जिसमें शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि के रूप में आदरणीय श्री ओम प्रकाश राठौर जी मुख्य रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने कहा की आज देश की आधी जनसंख्या स्त्रियों की है तथापि सर्वाधिक अपेक्षित और प्रताड़ित महिलाएं ही है। जब तक महिलाओं को पूर्ण रूप से शिक्षित ,सशक्त ,स्वावलंबी नहीं बनाया जाता तब तक नारी सशक्तिकरण नहीं हो सकता। ज्ञात हो की आगामी 20 से 22 नवंबर 2024 को टाटानगर उपजोंन के लिए 3 दिवशीय नारी सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे शान्तिकुंज हरिद्वार से आदरणीया श्रीमती शेफाली पंड्या बहनजी अपने ब्रह्मवादिनी बहनों की टोली के साथ पधारेंगे। आदरणीय राठौर जी भाई साहब ने आगामी कार्यक्रम के लिए महिलाओं की पूर्ण रूपेण भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उपस्थित समुदाय का मार्गदर्शन एवं उत्साहवर्धन किया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रज्ञा महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती जसवीर कौर ,जिला महिला प्रतिनिधि श्रीमती मंजू मोदी महिला मंडल की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा, भारती संस्कृति ज्ञान परीक्षा झारखण्ड़ के समन्वयक श्री ताराचंद्र अग्रवाल जी, प्रान्तीय युवा प्रकोष्ठ झारखण्ड़ के समन्वयक श्री संतोष कुमार राय के अलावा टाटानगर उपजोन के सभी तीन जिलों से आए हुए महिला प्रतिनिधि , प्रज्ञा महिला मंडल की सभी बहनों के साथ साथ चाईबासा,आदित्यपुर से आई हुई बहनों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की । कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रज्ञा महिला मंडल की बहनों के साथ-साथ नवयुगदल का योगदान रहा।
Recent Post
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3691/IMG-20210620-WA0067-1024x827.jpg-VwsM20ydAZb2k)
स्वर्ण जयंती वर्ष में शांतिकुंज पर जारी डाक टिकट शांतिकुंज में उपलब्ध।
पांच रुपए प्रति एक टिकट के दर पर मुख्य कार्यालय शांतिकुंज के टेलीफोन नंबर 9258369701 एवं 01334261328 पर कॉल करके आप इसे अपने पते पर बुला सकते है।
दिनांक 20 जून 2021 को गंगा दशहरा गायत्री ...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3687/Sutra No 2 (1).jpg-8DHNkYvBH9Zj93)
विरोध न करना पाप का परोक्ष समर्थन (भाग १)
संसार में अवाँछनीयता कम और उत्कृष्टता अधिक है। तभी तो यह संसार अब तक जीवित है। यदि पाप अधिक और पुण्य स्वल्प रहा होता तो अब तक यह दुनिया श्मशान बन गई होती। यहाँ सत्य, शिव और सुन्दर इन तीनों में से ए...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3686/102 (2).jpg-exgUoXUX-FYj93)
विरोध न करना पाप का परोक्ष समर्थन (भाग २)
दिन-दहाड़े सरे-बाजार गुण्डागर्दी होती रहती है और यह भले बनने वाले लोग चुपचाप उस तमाशे को देखते रहते हैं। गुण्डों की हिम्मत बढ़ती है और वे आये दिन दूने उत्साह से वैसी ही हरकतें करते हैं। यदि देखने व...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3685/408.jpg-Hi2J2U5ev_62k)
विरोध न करना पाप का परोक्ष समर्थन (भाग ३)
भगवान बुद्ध ने तत्कालीन अनाचारों के- मूढ़ मान्यताओं के विरुद्ध प्रचण्ड क्रान्ति खड़ी की थी, इसी संघर्ष से जूझने के लिए उन्होंने जीवधारी भिक्षुओं और श्रवणों की सेना खड़ी की थी। स्वार्थ के लिए तो सभी...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3684/351 (1).jpg-oV18dXGHByYj93)
विरोध न करना पाप का परोक्ष समर्थन (भाग ४)
यज्ञ सन्दर्भ में एक श्रुति वचन प्रयोग होता है- ‘‘मन्यु रसि मन्यु मे दहि’’ हे भगवान् आप ‘मन्यु’ हैं हमें ‘मन्यु’ प्रदान करें। मन्यु का अर्थ है वह क्रो...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3683/265.jpg-QW3sF0FQKz62k)
विरोध न करना पाप का परोक्ष समर्थन (अंतिम भाग)
“चोर-चोर मौसेरे भाई” की उक्ति हर क्षेत्र में लागू होते देखते हैं। एक का पर्दाफाश होते ही-दूसरे अन्य मठकटे उसकी सहायता के लिए आ धमकते हैं। सोचते हैं संयुक्त मोर्चा बनाकर ही जन आक्रोश से ...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3682/hamari Part 15A (4).jpg-z-SKQlt0eqYj93)
चाहिए साहसी, जिम्मेदार:-
युग निर्माण योजना, शतसूत्री कार्यक्रमों में बँटी हुई है। वे यथास्थान, यथास्थिति, यथासंभव कार्यान्वित भी किए जा रहे हैं, पर एक कार्यक्रम अनिवार्य है और वह यह कि इस विचारधारा को जन-मानस में अधिकाधिक ...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3681/GM 222 (1).jpg-x_baVhHVLmYj93)
उपहासास्पद ओछे दृष्टिकोण-
यों ऐसे भी लोग हमारे संपर्क में आते हैं जो ऋद्धि-सिद्धि प्राप्त करने के लिए कुण्डलिनी जागरण, चक्र जागरण और न जाने क्या-क्या आध्यात्मिक लाभ चुटकी मारते प्राप्त करने के लिए अपनी अधीरता व्यक्त करते है...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3680/120_11H.jpg-83BAFXsv_y62k)
जिनमें साहस हो आगे आवें
हमारा निज का कुछ भी कार्य या प्रयोजन नहीं है। मानवता का पुनरुत्थान होने जा रहा है। ईश्वर उसे पूरा करने वाले हैं। दिव्य आत्माएँ उसी दिशा में कार्य कर भी रही हैं। उज्ज्वल भविष्य की आत्मा उदय हो रही ह...
![](https://s3.ap-south-1.amazonaws.com/awgp.org/public_data/gurukulam/post/3679/meditation-3338691_960_720.jpg-THFXmdM_YgYj93)
उत्थान और आनन्द का मार्ग
इन थोड़ी सी पंक्तियों में यह विस्तारपूर्वक नहीं बताया जा सकता कि मन की मलीनता को हटा देने पर हम पतन और संताप से कितने बचे रह सकते हैं, और मन को स्वच्छ रखकर उत्थान और आनन्द का कितना अधिक लाभ प्राप्त...