SHANTIKUNJ
शान्तिकुञ्ज में डॉ. चिन्मय जी का अभिनंदन
माननीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी श्रद्धेया जीजी से आशीर्वाद लेते हुए और कार्यकर्त्ताओं का अभिनंदन स्वीकार करते हुए
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति माननीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी का शान्तिकुञ्ज परिवार ने अत्यंत भावभरा स्वागत किया। श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी, श्रद्धेया शैल जीजी ने उनका मंगल तिलक कर पुष्पहार पहनाया। शान्तिकुञ्ज के व्यवस्थापक आदरणीय श्री महेन्द्र शर्मा जी, पूर्व व्यवस्थापक श्री शिवप्रसाद मिश्रा जी, श्री हरीश ठक्कर जी तथा शान्तिकुञ्ज के लगभग सभी विभाग प्रमुखों ने उन्हें पुष्पों की माला पहनाकर अपनी अनुभूतियाँ कृतज्ञता व्यक्त की, शुभकामनाएँ दीं। एक ऐतिहासिक उपलब्घि इस अवसर पर आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने अपने हृदय के उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने सहज स्वभाव के साथ कहा कि गर्व तो इस...
स्वर्ण जयंती वर्ष में शांतिकुंज पर जारी डाक टिकट शांतिकुंज में उपलब्ध।
पांच रुपए प्रति एक टिकट के दर पर मुख्य कार्यालय शांतिकुंज के टेलीफोन नंबर 9258369701 एवं 01334261328 पर कॉल करके आप इसे अपने पते पर बुला सकते है।
दिनांक 20 जून 2021 को गंगा दशहरा गायत्री जयंती दिवस, और परमपूजनीय गुरुदेव युगऋषि पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य के महाप्रयाण दिवस पर, शांतिकुंज हरिद्वार के स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर, स्वर्ण जयंती वर्ष में भारत सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री संचार, मुख्यमंत्री उत्तराखंड,परम श्रद्धेय डॉ प्रणव पंड्या, स्नेह सलिला श्रद्धेया जीजी एवं आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी के गरिमामय उपस्थिति में शांतिकुंज के लिए डाक टिकट जारी किया गया था।
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अखण्ड जप के साथ दो दिवसीय गंगा दशहरा-गायत्री जयंती महापर्व का शुभारंभ
ऊँचा उठे, फिर न गिरे ऐसा हो इंसान का कर्म ः डॉ चिन्मय पण्ड्या
हरिद्वार 15 जून।
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में दो दिवसीय गंगा दशहरा व गायत्री जयंती महापर्व का शुभारंभ अखण्ड जप से हुआ। गायत्री मंदिर में राष्ट्र की उत्तरोत्तर प्रगति तथा सनातन संस्कृति के विस्तार हेतु प्रातः साढ़े चार बजे से अखण्ड जप का शुभारंभ हुआ। अखण्ड जप चौबीस घंटे तक चलेगा, जिसमें कई हजार गायत्री साधक भाग ले रहे हैं।
मुख्य सभागार में विशेष पर्व संदेश के क्रम में युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या ने देश-विदेश से आये साधकों, श्रद्धालुओं को संबोधित किया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि इंसान का कर्म ऐसा हो, जिससे वह ऊँचे से ऊँचा उठता हुआ चले, लेकिन वह नीचे न गिरे। गायत्री महामंत्र का मनोयोगपूर्वक न...
First Secretary at the Ghana High Commission His Excellency Mr. Conrad Nana Kojo Asiedu@ shantikunj and DSVV
With immense joy and reverence, we extend our heartfelt gratitude to His Excellency Mr. Conrad Nana Kojo Asiedu, First Secretary at the Ghana High Commission, for gracing us with his esteemed presence. It was an honor beyond measure to host such a distinguished guest.
During his visit, Mr. Asiedu was warmly welcomed by our Honorable Pro Vice-Chancellor, Dr. Chinmay Pandya, who graciously shared the profound essence of Indian sankriti and the significance of the Gayatri mantra.
Wandering through the sacred grounds of our University and experiencing the serenity of Shantikunj, Haridwar, Mr. Asiedu immersed himself in the spiritual aura that envelops our institution. Engaging with our students,...
साधना से परब्रह्म की प्राप्ति संभव ः डॉ पण्ड्या
शांतिकुंज पहुंचे हजारों गायत्री साधक अपनी साधना की 51 कुण्डीय यज्ञशाला में करेंगे पूर्णाहुति
हरिद्वार 16 अप्रैल।देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या जी ने कहा कि प्रभु श्रीराम शबरी को उपदेश देते कहते हैं कि दृढ़ विश्वास के साथ जप साधना करना, मेरी भक्ति में से एक है। यह भक्ति नवधा भक्ति के मध्य में यानि केन्द्र में स्थित है। जिस प्रकार शरीर का प्रत्येक अंग अवयव उपयोगी है, पर प्राण के बिना वह सक्रिय नहीं रह सकते, उसी प्रकार पाँचवीं भक्ति नवधा भक्ति रूपी कलेवर का मानो प्राण है।
मानस मर्मज्ञ श्रद्धेय डॉ पण्ड्या जी श्रीरामचरित मानस में माता शबरी की योगसाधना के नौ सोपान विषय पर आधारित सत्संग शृंखला के आठवें दिन साधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नवरात्र साधना ...
नवरात्र साधना सात्विक होना चाहिए ः डॉ. पण्ड्या
शांतिकुंज में बड़ी संख्या में उपनयन सहित विभिन्न संस्कार निःशुल्क सम्पन्न
देवभूमि इन दिनों साधना के रंग में रंगा हुआ। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में भी देश विदेश से कई हजार साधक पहुंचे हैं और मनोयोगपूर्वक गायत्री के सामूहिक अनुष्ठान में जुटे हैं। नवरात्र साधना के छठवें दिन महाकाल की विशेष स्तुति की गयी और विभिन्न संस्कार निःशुल्क सम्पन्न कराये गये।
शांतिकुंज के मुख्य सभागार में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने माता शबरी की योगसाधना में नवधा भक्ति का तीसरा सोपान विषय पर साधकों को संबोधित किया। प्रसिद्ध आध्यात्मिक चिंतक श्रद्धेय डॉ पण्ड्या जी ने कहा कि नवरात्र साधना सात्विक होना चाहिए। सात्विक साधना से साधक में भगवत् प्राप्ति की भूख जागती है। अंतःकरण पवित्र होता ...
साधना से होता है साधक का जीवन निर्मल- डॉ. पण्ड्या
साधना साधक को प्रभु प्रेम के निकट पहुंचाता है- श्रद्धेय डॉ.प्रणव पण्ड्या
हरिद्वार 12 अप्रैल।इन दिनों गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में हजारों लोग त्रिकाल संध्या में सामूहिक जप एवं सत्संग में जुटे हैं। नवरात्र साधना के चौथे दिन प्रातःकालीन सत्संग सभा में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने गायत्री साधकों को श्रीरामचरित मानस में माता शबरी की योगसाधना पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गायत्री साधना से साधक में एक विशेष प्रकार का आभामंडल बनता है, जो उसके जीवन को निर्मल और पवित्र बनाता है। साधना साधक को प्रभु प्रेम के निकट पहुंचाता है। साधना काल में सत्संग व श्रेष्ठ साहित्यों के अध्ययन से साधक के मन के बुरे विचार दूर होते हैं। सत्संग से पवित्र विचार आते हैं, जो वाणी म...
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा यज्ञोपैथी रिसर्च सेंटर का उद्घाटन
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में यज्ञोपैथी रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया।
हरिद्वार 11 अप्रैल। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी देवसंस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। विवि में प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यज्ञोपैथी रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया।
प्रतिकुलपति ने बताया कि यज्ञोपैथी रिचर्स सेंटर में विभिन्न बीमारियों के उपचार के संबंध में शोध किया जायेगा। अब तक किये गये शोधों में अनिद्रा, रक्तचाप, मानसिक आदि बीमारियों में यज्ञोपैथी एक कारगर चिकित्सा पद्धति साबित हुई है। उन्होंने बताया कि बीमारियों के अनुसार विभिन्न औषधीय जड़ी-बूटियों के मिश्रण से हवन सामग्री बनाई गयी हंै। उन्होंने बताया कि इन ह...
माता शबरी जैसी हो एकनिष्ठ साधना ः डॉ. पण्ड्या
शांतिकुंज में पहुंचे देश विदेश से हजारों साधक, मनोयोगपूर्वक गायत्री साधना में जुटे
हरिद्वार 9 अप्रैल।अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि माता शबरी जैसी गुरु भक्ति में एकनिष्ठ हो, साधना करनी चाहिए। माता शबरी की श्रद्धा निष्ठा के कारण ही उन्हें प्रभु श्रीराम ने भक्ति के नौ सोपानों का उपदेश दिया। इस नवरात्र साधना में माता शबरी की भाँति श्रद्धाभाव से जप साधना करें।
श्रीरामचरित मानस विषय पर अनेक पुस्तकों के व्याख्याकार श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या चैत्र नवरात्रि साधना के प्रथम दिन देश-विदेश से आये हजारों साधकों को शांतिकुंज के मुख्य सभागार में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जप साधना के दौरान संतों (सद्गुणों से ओतप्रोत) का सत्संग, भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा, उनके ...
गुजरात के शामली से ज्योति कलश रथ यात्रा का शुभारभ
शान्तिकुञ्ज में अखण्ड दीपक से अभिमंत्रित ज्योति कलश श्रद्धेयद्वय द्वारा गुजरात के परिजनों को दिया गया
चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा से नूतन संवत्सर वर्ष का शुभारंभ है। वर्ष 2026 अखण्ड दीपक प्राकट्य की शताब्दी है, वंदनीया माताजी की जन्म शताब्दी एवं परम पूज्य गुरुदेव की साधना की शताब्दी का वर्ष है। अखण्ड दीपक की अखण्ड ज्योति को प्रचण्ड बनाने, वर्ष 2026 का स्वागत करने हेतु चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा को ज्योति कलश रथ यात्रा का शुभारम्भ परम पूज्य गुरुदेव के द्वारा प्रतिष्ठित प्रथम शक्तिपीठ शामलाजी गुजरात से अप्रैल 9, 2024 को हुआ।
शान्तिकुञ्ज में अखण्ड दीपक से अभिमंत्रित ज्योति कलश श्रद्धेयद्वय द्वारा गुजरात के परिजनों को दिया गया है, जिसे भव्य रथ में रखकर छीपड़ी (खेड़ा) 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में लिय...