गायत्री साधना से विकसित होती है पात्रता ः डॉ. पण्ड्या

शांतिकुंज में सामूहिक गायत्री साधना अनुष्ठान में जुटे हजारों लोग
हरिद्वार 10 अप्रैल।अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि गायत्री साधना से साधक में पात्रता विकसित होती है। साधना जाति, पांति, कुल, धर्म, धन, बल, परिवार आदि से परे होकर एकनिष्ठ भाव से करनी चाहिए। साधना काल में भगवत सत्ता की स्तुति भी करनी चाहिए, जिससे मन में पवित्र भाव का जागरण हो। प्रभु से नाता जोड़ने का सशक्त माध्यम है साधना और उनकी स्तुति।
प्रसिद्ध आध्यात्मिक चिंतक श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या शांतिकुंज के मुख्य सभागार में श्रीरामचरित मानस में माता शबरी की योग साधना विषय पर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर शांतिकुंज कार्यकर्ता भाई बहिन सहित देश विदेश से आये हजारों गायत्री साधक उपस्थित रहे।
युवा प्रेरणास्रोत श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि हृदय की गहराई से की गई साधना फलीभूत होती है। जिस तरह माता शबरी ने प्रभु श्रीराम की साधना, भक्ति की, जिससे उन्हें साधना, योग व ज्ञान की परम अवस्था की प्राप्ति हुई थी। उन्होंने कहा कि साधक के भक्ति भाव से भगवान प्रसन्न होते हैं और उन्हें अपने संरक्षण में लेते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम द्वारा शबरी को दी गयी नवधा भक्ति में से कम से कम एक उपदेश को प्रत्येक साधकों को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धवल चरित्र वाले साधक प्रभु के प्रिय होते हैं। इस अवसर पर युवा उत्कर्ष और साधना संबंधी अनेक पुस्तकों के लेखक श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने सुधि शब्द व स्तुति का मर्म की गहनता के साथ व्याख्या भी की।
इससे पूर्व शांतिकुंज के संगीतज्ञों ने श्रीरामचरित मानस की महिमा गान के साथ प्रज्ञागीत से उपस्थित साधकों को भक्तिभाव में स्नान कराया। यहाँ आपको बताते चलें कि भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा यूके, यूएसए, कनाडा, सऊदी अरब, कुवैत, दुबई आदि देशों से अनेक साधक नौ दिवसीय अनुष्ठान के लिए शांतिकुंज पहुंचे हैं और वे अपने आत्मिक विकास के लिए सामूहिक साधना में जुटे हैं। गायत्री तीर्थ में नियमित त्रिकाल संध्या के दौरान सामूहिक जप एवं विशेष सत्संग का क्रम चलाया जा रहा है।
Recent Post

इस जीवन यात्रा के गम्भीरता पूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
प्रत्यक्ष घटनाओं की दृष्टि से कुछ प्रकाशित किये जा रहे प्रसंगों को छोड़कर हमारे जीवनक्रम में बहुत विचित्रताएँ एवं विविधताएँ नहीं हैं। कौतुक-कौतूहल व्यक्त करने वाली उछल-कूद एवं जादू-चमत्कारों की भी उ...

"हमारी वसीयत और विरासत" (भाग 2)
इस जीवन यात्रा के गम्भीरता पूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
हमारी जीवनगाथा सब जिज्ञासुओं के लिए एक प्रकाश-स्तंभ का काम कर सकती है। वह एक बुद्धिजीवी और यथार्थवादी द्वारा अपनाई ...
.jpg)
"हमारी वसीयत और विरासत" (भाग 1)
इस जीवन यात्रा के गम्भीरता पूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी जीवनचर्या के साथ जुड़े हुए घटनाक्रमों को भी जानने की इच्छा...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 1)
इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी जीवनचर्या के साथ जुड़े हुए घटनाक्रमों को भी जानने की इच्छा हो...

गहना कर्मणोगति: (अन्तिम भाग)
दुःख का कारण पाप ही नहीं है
दूसरे लोग अनीति और अत्याचार करके किसी निर्दोष व्यक्ति को सता सकते हैं। शोषण, उत्पीड़ित...

युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी के माध्यम से विद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी की टीम ने कौशाम्बी जनपद के एन डी कॉन्वेंट स्कूल एंड स्वर्गीय श्री समाधि महाराज बाबा सूरजपाल दास इंटर कॉलेज, नसीर...

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट प्रतिभागियों के सम्मान के साथ गायत्री चेतना केंद्र का हुआ शुभारंभ
कौशाम्बी जनपद के भरवारी नगर में नव निर्मित गायत्री चेतना केंद्र भरवारी में सोमवार को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जनपद के अनेक विद्यालयों के बच्चों न...

पचपेड़वा में प. पू. गु. का आध्यात्मिक जन्म दिवस/बसंत पंचमी पर्व मनाया गया
आज *बसंत पंचमी* (गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस) के पावन पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ पचपेड़वा में यज्ञ हवन के साथ सरस्वती पूजन उल्लास पूर्ण/बासंती वातावरण में संपन्न हुआ. श...

प्रयागराज महाकुम्भ में 13 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है गायत्री परिवार का शिविर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हो रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ में गायत्री परिवार द्वारा शिविर 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी 2025 तक रहेगा। महाकुम्भ क्...

वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादे क्विज प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में भरवारी नगर पालिका के सिंधिया में गुरुवार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर बाल संस्कारशाला सिंघिया द्वारा सामूहिक प्रश्नोत्तरी (क्विज) प्रतियोगिता का ...