नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने का अभियान

महविद्यालय में युवा जागरण एवं व्यक्तित्व परिष्कार कार्यशाला
भिलाई, दुर्ग। छत्तीसगढ़
अखिल विश्व गायत्री परिवार की युवा शाखा दिव्य भारत युवा संघ (दिया) छत्तीसगढ़ एवं कल्याण कॉलेज भिलाई के संयुक्त तत्त्वावधान में दिनांक 7 अक्टूबर एवं 11 अक्टूबर 2023 को महाविद्यालय के सभागार में युवा जागरण और व्यक्तित्व विकास एवं परिष्कार कार्यशाला का आयोजन किया गया। दोनों कार्यशालाओं में दिया की ओर से मुख्य वक्ता डॉ. पी.एल. साव, डॉ. योगेंद्र कुमार, श्रीमती अनीता साहू आदि ने विद्यार्थियों को उनके यौवन की गरिमा का बोध कराया, उन्हें युगधर्म बताया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. पी. अग्रवाल ने दीया छत्तीसगढ़ को नि:स्वार्थ भाव से हर साल ऐसे वर्कशॉप आयोजित करने का आमंत्रण दिया। उन्होंने छात्रों से कहा कि हमारा व्यक्तित्व ही है जो जीवन भर हमें पहचान दिलाता है। कार्यशाला में महाविद्यालय के तीनों विभाग के 250 से अधिक छात्र-छात्राओं के
साथ सभी शिक्षक उपस्थित थे।
Recent Post
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 17)— मार्गदर्शक द्वारा भावी जीवनक्रम संबंधी निर्देश
मार्गदर्शक द्वारा भावी जीवनक्रम संबंधी निर्देश:Read More
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग16)— मार्गदर्शक द्वारा भावी जीवनक्रम संबंधी निर्देश
&n...
हमारी वसीयत और विरासत (भाग16)— मार्गदर्शक द्वारा भावी जीवनक्रम संबंधी निर्देश
&n...
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 15)— पिछले तीन जन्मों की एक झाँकी:
पिछले तीन जन्मों की एक झाँकी:

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 14)— समर्थगुरु की प्राप्ति— एक अनुपम सुयोग
समर्थगुरु की प्राप्ति— एक अनुपम सुयोग:Read More
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 13)— समर्थगुरु की प्राप्ति— एक अनुपम सुयोग
समर्थगुरु की प्राप्ति— एक अनुपम सुयोग:Read More
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 12)— समर्थ गुरु की प्राप्ति— एक अनुपम सुयोग
समर्थगुरु की प्राप्ति— एक अनुपम सुयोग:—
रामकृष्ण, विवेकानंद को ढूँढ़ते हुए उनके घर गए थे। शिवाजी को समर्थ गुरु रामदास ने खोजा था। चाणक्य, चंद...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 11)— जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय
जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय:—
उस दिन हमने सच्चे मन से उन्हें स...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 10)— जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय
जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय:—
गंध बाबाRead More
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 9)— जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय
जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय:—
वह पावन दिन वसंत पर्व का दिन था। प्रातः ब्रह्ममुहूर्त्त था। नित्य की तरह संध्यावंदन का न...