Magazine - Year 1964 - Version 2
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Language: HINDI
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हमारी प्रकाशित महत्वपूर्ण एवं अनुपम पुस्तकें
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गायत्री महाविज्ञान (तीनों भाग) 10॥)
गायत्री विद्या का वैज्ञानिक आधार, गुप्त शक्तियों का रहस्य, नित्य उपासना, अनुष्ठान विधि, गायत्री सम्बन्धी शंकाओं का समाधान, अनेक कष्टों का निवारण एवं अनेक कामनाओं की पूर्ति के लिए लगाये जाने वाले बीज-मंत्रों का साधना विधान, आत्म साक्षात्कार एवं ऋद्धि-सिद्धियों का मार्ग, स्त्रियों की विशेष उपासना विधियाँ, गायत्री द्वारा वाममार्गी ताँत्रिक विधान के अनुसार मारण, मोहन उच्चाटन, वशीकरण, गायत्री गीता, गायत्री स्मृति, गायत्री संहिता, गायत्री उपनिषद्, गायत्री रामायण, गायत्री हृदय, गायत्री पंजर, गायत्री लहरी, गायत्री सहस्रनाम आदि का संग्रह, गायत्री महामंत्र द्वारा 24 प्रकार के योगाभ्यासों का साधना विधान। जप-योग, ऋजु-योग, प्राण-योग, शब्द-योग, नाद-योग, हठ-योग, कुण्डलिनी-योग, षट्चक्र वेधन की साधनाएं तथा अन्नमय-कोष, मनोमय-कोष, प्राणमय-कोष को सिद्ध करने के रहस्यमय मार्ग का दिग्दर्शन। हजारों ग्रन्थों की खोज, अगणित गायत्री-उपासकों के सहयोग एवं तीस वर्ष की व्यक्तिगत साधना के फलस्वरूप विनिर्मित इन ग्रन्थों की एक-एक पंक्ति अनुभव के आधार पर लिखी गई है। गायत्री उपासना से समुचित लाभ उठाने के इच्छुकों के लिए यह साहित्य अनुभवी गुरु के समान पथ-प्रदर्शन करता है। इस विषय की सभी जिज्ञासाओं तथा शंकाओं का इन पुस्तकों में समुचित समाधान मौजूद है।
2. गायत्री यज्ञ-विधान (दोनों भाग) 4)
गायत्री यज्ञ का विज्ञान, लाभ एवं महत्व का तर्क, प्रमाण, शास्त्र एवं साइन्स के आधार पर बहुत ही खोजपूर्ण वर्णन एवं गायत्री यज्ञ करने का शास्त्रोक्त पूरा विधि विधान, जिसे समझ कर बड़े यज्ञों का आचार्यत्व किया जा सकता है।
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3. गायत्री चित्रावली (दोनों भाग) 3॥)
प्रथम भाग में विविध प्रयोजनों के लिए गायत्री माता का ध्यान करने योग्य आर्ट पेपर पर छपे 24 तिरंगे चित्र तथा सरल भाषा में उनका महत्व प्रतिपादन है और द्वितीय भाग में व्याहृति समेत गायत्री के 26 अक्षरों में सन्निहित 26 महान आदर्शों को 23 श्लोक, 26 लेख एवं 26 आर्ट पेपर पर छपे तिरंगे चित्रों द्वारा समझाया गया है।
4. गायत्री का मन्त्रार्थ मू.1॥)
अनेक ग्रन्थों में, अनेकों ऋषियों द्वारा गायत्री महामंत्र के अनेकों प्रकार से किए हुए अर्थों का संग्रह, राक्षसराज रावण का किया हुआ अर्थ भी इसमें है।
स्वास्थ्य, सौंदर्य, दीर्घजीवन की पुस्तकें
(प्रत्येक का मूल्य छह-छह आना हैं)
स्वस्थ बनने की विद्या। 2. बिना औषधि के कायाकल्प। 3. दीर्घ जीवन के रहस्य। 4. उन्नति का मूलमंत्र ब्रह्मचर्य। 5. आसन और प्राणायाम। 6. बुद्धि बढ़ाने के उपाय। 7. क्या खायें? क्यों खाये? कैसे खाये? 8. दूध की आश्चर्यजनक शक्ति। 9. तुलसी के अमृतोपम गुण। 10. यौवन चिरस्थायी कैसे हो? 11. पंचतत्वों से सम्पूर्ण रोगों का निवारण। 12. उपवास के चमत्कार। 13. कब्ज की सरल चिकित्सा। 14. स्त्री रोगों की चिकित्सा। 15. बाल रोगों की चिकित्सा। 16. नेत्र रोगों की प्राकृतिक चिकित्सा। 17. घरेलू चिकित्सा विज्ञान। 18. सूर्य चिकित्सा विज्ञान। 19. प्राण चिकित्सा विज्ञान। 20. स्वप्नदोष की चिकित्सा। 21. भोग में योग। 22. पुत्र या पुत्री उत्पन्न करने की विधि। 23. मन चाही सन्तान। 24. मनुष्य शरीर की बिजली के चमत्कार।
6 रु. से 10 रु. तक की पुस्तकें मंगाने वाले डाक खर्च) रु. और 3 रु. से 6 रु. तक की पुस्तकें मँगाने वाले डाक खर्च) पुस्तकों के मूल्य समेत पेशगी मनीआर्डर से भेजे।) रु. से अधिक मूल्य की पुस्तकें मंगाने पर डाक खर्च माफ।
मँगाने का पता-”अखण्ड-ज्योति संस्थान” मथुरा।