Books - तीर्थ यात्रा इस तरह की जाये
Media: TEXT
Language: HINDI
Language: HINDI
युग निर्माण मिशन-संक्षिप्त परिचय
Listen online
View page note
Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
उद्देश्य—मनुष्य में देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण। व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण। विचार-क्रान्ति, नैतिक क्रान्ति, सामाजिक क्रान्ति। जन-मानस का भावनात्मक परिष्कार।
गठन—नव निर्माण के लिए तत्पर नित्य श्रमदान और अंशदान करने वाले पांच लाख कर्मनिष्ठों का पारिवारिक गठन। दस-दस की टोलियां उत्कृष्ट चिन्तन और आदर्श कर्तृत्व के लिए निरत। प्रचारात्मक, रचनात्मक और सुधारात्मक कार्यक्रमों द्वारा मानवीय गरिमा को उभारने वाली गतिविधियों में संलग्न समुदाय।
आधार—सदस्यों का दैनिक श्रमदान, अंशदान। दस पैसा नित्य और एक घण्टा समय का नियमित अनुदान, इसी सामर्थ्य के बलबूते अनेकों अति महत्वपूर्ण गतिविधियों का गत 30 वर्ष से संचालन।
संस्थान—(1) गायत्री तपोभूमि, मथुरा (2) युग-निर्माण योजना, मथुरा (3) शान्ति कुंज हरिद्वार (4) ब्रह्मवर्चस् हरिद्वार।
प्रकाशन—छह मासिक, एक पाक्षिक तथा एक साप्ताहिक का नियमित प्रकाशन। ग्राहक—संख्या लाखों में। जीवन साधना के सन्दर्भ में 400 पुस्तकों का प्रकाशन देश की कई महत्वपूर्ण भाषाओं में निजी प्रेस द्वारा।
गतिविधियां व प्रचार—धर्मतन्त्र से लोकशिक्षण अग्नि साक्षि में सत्प्रवृत्तियां अपनाने के संकल्प, रामायण व गीता के माध्यम से लोकशिक्षण। एक सौ—पूर्ण समयदानी, सुयोग्य, सुसंस्कृत प्रचारकों का संगठन। दस-दस दिवसों के जीवन—साधना शिविर। युग-निर्माण विद्यालय मथुरा, महिला जागरण एवं कन्या विद्यालय हरिद्वार, ब्रह्मवर्चस् साधना हरिद्वार। स्लाइड प्रोजेक्टर व टेप रिकार्डरों द्वारा युग सन्देश का विस्तार। कार्यक्षेत्र समस्त भारतवर्ष व विदेशों में प्रवासी भारतीय।
गठन—नव निर्माण के लिए तत्पर नित्य श्रमदान और अंशदान करने वाले पांच लाख कर्मनिष्ठों का पारिवारिक गठन। दस-दस की टोलियां उत्कृष्ट चिन्तन और आदर्श कर्तृत्व के लिए निरत। प्रचारात्मक, रचनात्मक और सुधारात्मक कार्यक्रमों द्वारा मानवीय गरिमा को उभारने वाली गतिविधियों में संलग्न समुदाय।
आधार—सदस्यों का दैनिक श्रमदान, अंशदान। दस पैसा नित्य और एक घण्टा समय का नियमित अनुदान, इसी सामर्थ्य के बलबूते अनेकों अति महत्वपूर्ण गतिविधियों का गत 30 वर्ष से संचालन।
संस्थान—(1) गायत्री तपोभूमि, मथुरा (2) युग-निर्माण योजना, मथुरा (3) शान्ति कुंज हरिद्वार (4) ब्रह्मवर्चस् हरिद्वार।
प्रकाशन—छह मासिक, एक पाक्षिक तथा एक साप्ताहिक का नियमित प्रकाशन। ग्राहक—संख्या लाखों में। जीवन साधना के सन्दर्भ में 400 पुस्तकों का प्रकाशन देश की कई महत्वपूर्ण भाषाओं में निजी प्रेस द्वारा।
गतिविधियां व प्रचार—धर्मतन्त्र से लोकशिक्षण अग्नि साक्षि में सत्प्रवृत्तियां अपनाने के संकल्प, रामायण व गीता के माध्यम से लोकशिक्षण। एक सौ—पूर्ण समयदानी, सुयोग्य, सुसंस्कृत प्रचारकों का संगठन। दस-दस दिवसों के जीवन—साधना शिविर। युग-निर्माण विद्यालय मथुरा, महिला जागरण एवं कन्या विद्यालय हरिद्वार, ब्रह्मवर्चस् साधना हरिद्वार। स्लाइड प्रोजेक्टर व टेप रिकार्डरों द्वारा युग सन्देश का विस्तार। कार्यक्षेत्र समस्त भारतवर्ष व विदेशों में प्रवासी भारतीय।