विल्नियस विश्वविद्यालय में पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा भाष्य किए गए आर्ष साहित्य की स्थापना हुई
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी विल्नियस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वालदास जसकुनास को साहित्य भेंट करते हुए। साथ में भारतीय
राजदूत माननीय श्री देवेश उत्तम जी
विल्नियस। लिथुआनिया
5 अगस्त,श्रावण मास के तृतीय सोमवार के शुभ दिन यूरोप के सर्वाधिक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक विल्नियस विश्वविद्यालय में परम पूज्य गुरूदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा भाष्य किए गए समग्र आर्ष साहित्य की स्थापना की गई। साहित्य स्थापना समारोह लिथुआनिया की राजधानी विल्नियस स्थित भारतीय दूतावास में सम्पन्न हुआ, जिसकी अध्यक्षता माननीय राजदूत श्री देवेश उत्तम जी ने की। इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने इसे भारत और लिथुआनिया के संबंधों में एक भावनात्मक मोड़ बताया। उन्होंने कहा कि यह साहित्य विश्व मानवता को भारत और भारतीय संस्कृति को देखने का स्वस्थ दृष्टिकोण प्रदान करेगा। माननीय श्री देवेश उत्तम जी ने इसे एक अविस्मरणीय घटना बताया। विल्नियस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वालदास जसकुनास ने इसे एक बहुमूल्य उपहार कह कर पुकारा। इस अवसर पर भारतीय दूतावास के सभी अधिकारी उपस्थित रहे एवं विल्नियस विश्वविद्यालय से
प्रो. डिमांटिस, प्रो. बिनोरिस, डॉ. लीना, डॉ. गोदा, डॉ. गीना, डॉ. गीदरे सहित लगभग 40 शोधार्थी विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।