परम पूज्य गुरुदेव ने वर्ष 1986 में एक लाख ग्रामों को ग्राम तीर्थ के रूप में विकसित करने की योजना प्रस्तुत की थी। पिछले 30 वर्षों से हमारा मिशन इस क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाता रहा है। जन्म शताब्दी वर्ष में सम्पूर्ण देश में 1008 आदर्श ग्राम तीर्थों के निर्माण का संकल्प किया गया था जिसके अंतर्गत ग्रामों का चयन किया गया है एवं उनके नियमित प्रशिक्षण का क्रम चलाया जा रहा है। परिजनों ने अपने-अपने शक्तिपीठों एवं जिलों में न्यूनतम एक-एक ग्राम को आदर्श ग्राम-ग्राम तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य भी प्रारम्भ कर दिया है।
आदर्श ग्राम तीर्थों एवं श्रीराम आरण्यकों की सम्पूर्ण कार्ययोजना को विस्तार देने हेतु एक राष्ट्रीय ग्राम तीर्थ कार्यशाला श्रीराम आरण्यक, श्रीरामपुरम इमलिया, भोपाल में आगामी दिनांक 2,3 एवं 4 अप्रैल 2016 को आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला में सम्पूर्ण योजना पर विस्तृत सैद्धांतिक एवं प्रयोगात्मक प्रशिक्षण संपन्न होगा, जिसमें निम्नलिखित विषयों पर प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन का क्रम संपन्न होगा -
- युग ऋषि की ग्राम तीर्थ
- ऋषि कृषि
- व्यसन मुक्त ग्राम
- गृहे गृहे गायत्री ग्रामे ग्रामे यज्ञ
- ग्रामोदय का आधार - श्रीराम आरण्यक
- ग्रामीण स्वावलम्बन
- व्यवहारिक शिक्षा का स्वरुप
- ग्रामीण व्यवस्था का मेरुदण्ड - गौ माता
Invitation
उक्त कार्यक्रम में आप सब सादर आमंत्रित है । अन्य जानकारी हेतु कृपया युवा प्रकोष्ठ कार्यालय , शांतिकुंज हरिद्वार में संपर्क करें ।
कृपया अपने आने की सूचना 9258360962 पर अवश्य देवें ।
स्थानीय संपर्क सूत्र - गायत्री शक्तिपीठ भोपाल , जोन - 1, एम पी नगर, भोपाल
मोबाइल - 9893248449 , 07552711566