एडिलेड प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन सम्पन्न, युग निर्माण सत्संकल्प का सभी ने समवेत स्वर में किया पाठ एवं ब्रह्ममुहुर्त में ऑस्ट्रेलिया प्रवास के छठवें चरण में एडिलेड से पर्थ के लिए प्रस्थान

गायत्री परिवार की कालजयी यात्रा में आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का यह ऑस्ट्रेलिया प्रवास ऋषियुग्म के आशीर्वाद एवं एक दशक पूर्व ऑस्ट्रेलिया में श्रद्धेय डॉक्टर साहब एवं श्रद्धेया जीजी द्वारा गुरुकृपा से बोए विचार क्रांति के बीजों को पल्लवित, पुष्पित एवं पोषित करता एक अतुलनीय प्रयास है। ऑस्ट्रेलिया प्रवास के दूसरे सप्ताह के अंत में एडिलेड में कार्यरत २० से ज्यादा संगठनों के प्रतिनिधियों एवं प्रभावशाली प्रबुद्ध वर्ग के मध्य विशेष प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ । आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के मार्मिक एवं भावनाओं को स्पर्श करने वाले प्रेरक उद्बोधन को सुन कर श्रोता अभिभूत हुए । अनेकों संगठनों से पधारे आत्मीय जनों ने इस भाव को अभिव्यक्त किया कि सोशल मीडिया के इस आज के इस युग में सुनने को तो उन्होंने अनेकों वक्ताओं को सुना है पर डॉ. चिन्मय पंड्या जी की प्राणवान वाणी से प्राप्त मार्गदर्शन उन्हें वर्तमान कालखंड के सबसे प्रभावी व्यक्तिव एवं वक्ता के रूप में अनुभूति प्रदान करता है। इस अवसर पर समस्त संगठनों एवं प्रबुद्ध वर्ग के परिजनों ने समवेत स्वर में नवयुग के संविधान “युग निर्माण सत्संकल्प” का भी पाठ किया एवं इसे अभियान स्तर पर विस्तारित करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में २० से ज्यादा संगठनों से पधारे गणमान्य अतिथियों द्वारा आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी को सम्मानित किया गया एवं विभिन्न संगठनों का भी परस्पर सम्मान कर उन्हें देवस्थापना एवं युग साहित्य प्रदान किया गया।
एडीलेड की युवा टीम का भी कार्यक्रम के निमित्त किए गए ऐतिहासिक पुरुषार्थ हेतु अभिनंदन किया गया।
ब्रह्ममुहुर्त में ऑस्ट्रेलिया प्रवास के छठे चरण हेतु एडिलेड से पर्थ के लिए प्रस्थान किया गया। एडिलेड से प्रस्थान के आखिरी पलों में भी आने वाले दशकों में मिशन को आगे बढ़ाने के सूत्र एवं मार्गदर्शन आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने एडिलेड की युवा टीम को आत्मीयतापूर्ण भाव से साथ बिठा कर प्रदान किए।
Recent Post

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट प्रतिभागियों के सम्मान के साथ गायत्री चेतना केंद्र का हुआ शुभारंभ
कौशाम्बी जनपद के भरवारी नगर में नव निर्मित गायत्री चेतना केंद्र भरवारी में सोमवार को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जनपद के अनेक विद्यालयों के बच्चों न...

पचपेड़वा में प. पू. गु. का आध्यात्मिक जन्म दिवस/बसंत पंचमी पर्व मनाया गया
आज *बसंत पंचमी* (गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस) के पावन पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ पचपेड़वा में यज्ञ हवन के साथ सरस्वती पूजन उल्लास पूर्ण/बासंती वातावरण में संपन्न हुआ. श...

प्रयागराज महाकुम्भ में 13 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है गायत्री परिवार का शिविर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हो रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ में गायत्री परिवार द्वारा शिविर 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी 2025 तक रहेगा। महाकुम्भ क्...

वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादे क्विज प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में भरवारी नगर पालिका के सिंधिया में गुरुवार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर बाल संस्कारशाला सिंघिया द्वारा सामूहिक प्रश्नोत्तरी (क्विज) प्रतियोगिता का ...

कौशाम्बी जनपद में 4 दिवसीय 24 कुण्डीय शक्तिसंवर्धन गायत्री महायज्ञ का कार्यक्रम हुआ सम्पन्न
● 28 नवंबर को सायंकालीन 2400 दीपों से दीपयज्ञ का हुआ आयोजन
● सैकड़ों परिजनों ने यज्ञ के साथ कराए विभिन्न संस्कार, महिलाओं ने धारण किया यज्ञोपवीत
● प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से प...

24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को लेकर जोर शोर से चल रही हैं तैयारियां
कौशाम्बी जनपद के करारी नगर में अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। कार्यक्रम 26 नवंबर से शुरू होकर 29 नवंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की तैयारिया...

कौशाम्बी जनपद में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ 26 नवंबर से 29 नवंबर तक
उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में अखिल विश्व गायत्री परिवार की जनपद इकाई के द्वारा करारी नगर में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन 26 नवंबर से प्रारंभ हो रहा है। यह कार्यक्रम 26 से प्रारंभ होकर 29...

चिन्तन कम ही कीजिए।
*क्या आप अत्याधिक चिन्तनशील प्रकृति के हैं? सारे दिन अपनी बाबत कुछ न कुछ गंभीरता से सोचा ही करते हैं? कल हमारे व्यापार में हानि होगी या लाभ, बाजार के भाव ऊँचे जायेंगे, या नीचे गिरेंगे।* अमुक ...

भारत, भारतीयता और करवाचौथ पर्व
करवा चौथ भारतीय संस्कृति में एक विशेष और पवित्र पर्व है, जिसे विवाहित स्त्रियाँ अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और आरोग्य के लिए मनाती हैं। इस व्रत का धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व अत्यधिक...

प्रत्येक परिस्थिति में प्रसन्नता का राजमार्ग (भाग 4)
बुराई की शक्ति अपनी सम्पूर्ण प्रबलता के साथ टक्कर लेती है। इसमें सन्देह नहीं है। ऐसे भी व्यक्ति संसार में हैं जिनसे ‘‘कुशल क्षेम तो है’’ पूछने पर ‘‘आपको क्...