कैंसर के मरीजों के बीच जाकर जलाए आस्था और विश्वास के दीप
नवी मुम्बई। महाराष्ट्र : प्रेम एक शक्तिशाली और परिवर्तनकारी शक्ति है। यह एक सार्वभौमिक भाषा है, जो हमें ईश्वर से जोड़ती है और मन पर गहरा प्रभाव डालती है।
इसी की शक्ति को लेकर दिया, मुम्बई की युवा टीम 9 मार्च 2024 को खारघर में स्थित एक्ट्रेक नामक संस्था में कैंसर के मरीजों के बीच पहुँची। कैंसर, कीमोथेरेपी, दर्द और पीड़ा की जगह प्यार ने ले ली। संवेदनाएँ बाँटी बढ़ी तो सपनों और खुशियों पर लगा हुआ पूर्ण विराम हटा। मरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए किए गए अनेक कार्यक्रमों ने उनका दिल जीत लिया। भावपूर्ण प्रज्ञा गीत, जादू की झप्पी और आल इज वेल की प्रेरणाएँ दी गई। ‘हारिए न हिम्मत’ पुस्तिका वितरित की गई। ध्यान साधना कराई गई।
दिया टीम ने कहा कि इस प्रकार के नियमित प्रयोगों से रोगियों को अपने शरीर, मन, मस्तिष्क को शांत करने में मदद मिलती है तथा स्वास्थ्य लाभ की दिशा में तेजी से प्रगति होती है। इस टीम ने श्री एस.के. कौल के कुशल नेतृत्व में ‘संगच्छध्वं संवदध्वं ...’ की भावना से काम किया। डॉ. प्रसन्ना वेंकटरमन, डॉ. नवीन खत्री, डॉ. श्रद्धा (प्रशासनिक प्रभारी), सुश्री कविता, श्री सतीश बंगले और एक्ट्रेक की पूरी टीम ने अच्छा समर्थन दिया।