गौसंवर्धन के अद्वितीय प्रयासों को प्रोत्साहन
श्री पुरूषोत्तम जी परियोजना का दिग्दर्शन कराते हुए, गौशाला परिसर में यज्ञ तथा गौसेवा करते डॉ. चिन्मय जी
मेम्फिस, टेनेसी में प्रखर गायत्री साधक एवं अनन्य भाव से युग निर्माण आन्दोलन के लिए समर्पित कार्यकर्त्ता श्री पुरूषोत्तम जी गौपालन, ऋषिकृषि और भारतीय ऋषि परंपरा के अनुसंधान व विस्तार का महान कार्य कर रहे हैं। वे भारतीय नस्ल की 200 से अधिक गायों का पालन-पोषण करते हैं तथा अपनी 1500 एकड़ भूमि पर गौ-आधारित कृषि कार्य कर रहे हैं। गायत्री उपासना, यज्ञ, गौसेवा, गौ- अनुसंधान उनके जीवन की धुरी है। आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी की टोली 29 जुलाई को श्री पुरूषोत्तम जी के अद्वितीय पुरूषार्थ तथा उनके समर्पण भाव के दर्शन करने मेम्फिस पहुँची, गौशाला और उस पर आधारित विविध परियोजनाओं को देखा। श्री पुरूषोत्तम जी द्वारा किए गए विविध प्रयोग एवं परिणामों की जानकारी ली। उन्होंने इस दिव्य भूमि पर गायत्री यज्ञ भी किया। पूज्य गुरूदेव-वंदनीया माताजी, श्रद्धेय डॉ. प्रणव जी-श्रद्धेया जीजी और युगतीर्थ शान्तिकुञ्ज की ओर से उन्हें भरपूर आशीर्वाद दिये। भावी योजनाओं और संभावनाओं के लिए मार्गदर्शन भी दिया।