108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कालवाड़, जयपुर,
धरती पर स्वर्ग लाने के लिए आदिशक्ति माँ गायत्री की असीम कृपा से कालवाड़ जयपुर क्षेत्र के जन जन में जागृति एवं आध्यात्मिक चेतना का विस्तार करने हेतु 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी का आगमन हुआ। इस अवसर पर उन्होंने गायत्री माता की प्राण प्रतिष्ठा कर प्रखर प्रज्ञा - सजल श्रद्धा का लोकार्पण किया एवं सबके मंगलमय जीवन और उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना की।
विराट कलश यात्रा में उपस्थित जनसमुदाय को संदेश देते हुए आदरणीय पंड्या जी ने कहा कि आज हमारे जीवन में आंतरिक श्रद्धा के आरोहण का पर्व है। श्रद्धा, विश्वास, समर्पण का पहला कदम हैं कि हम अपनी कामनाओं को त्याग दें और अपने व्यक्तित्व को संवारने का प्रयास करें। हम परम पूज्य गुरुदेव के स्वप्नों को पूरा करने के लिए कृत संकल्पित सृजन सेनानी हैं। हमें वसुधैव कुटुंबकम् के भाव को हृदयंगम कर समाज की सेवा के लिए जुट जाना है।
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