गायत्री विद्यापीठ में आयोजित हुई योग प्रतियोगिता
दस जिलों के विद्यार्थी शामिल हुए
तियोगिताएँ आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। - आदरणीया शेफाली पण्ड्या, शिक्षण समिति प्रमुख योग शरीर के साथ मन को सुदृढ़ और
जीवन को अनुशासित बनाता है। -श्री योगेन्द्र गिरि, व्यवस्थापक, शान्तिकुञ्ज
19 एवं 20 अक्टूबर को गायत्री विद्यापीठ में दो दिवसीय राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें देवभूमि उत्तराखण्ड के हरिद्वार, देहरादून सहित दस जनपद के 350 योग प्रशिक्षु विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 आयु वर्ग के बालक, बालिकाओं के बीच सम्पन्न हुई।प्रतियोगिता में ओवर ऑल चैम्पियनशिप में हरिद्वार जनपद को प्रथम, टिहरी को द्वितीय व नैनीताल को तृतीय स्थान मिला। रिदमिक, व आर्टिस्टिक योग में विद्यार्थियों ने जबरदस्त कौशल दिखाया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शान्तिकुञ्ज व्यवस्थापक श्री योगेन्द्र गिरि थे। उन्होंने कहा कि योग शरीर के साथ मन को सुदृढ़ और जीवन को अनुशासित बनाता है। योग हर प्रकार की सफलता का आधार है। इससे पूर्व गायत्री विद्यापीठ शान्तिकुञ्ज की व्यवस्था मण्डल की प्रमुख श्रीमती शेफाली पण्ड्या जी ने बच्चों को कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमें प्रतियोगिताओं में भाग लेने से पीछे नहीं रहना चाहिए। प्रतियोगिताएँ हमें अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने में सहायता करती हैं। यह हमारा आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। मुख्य शिक्षाधिकारी हरिद्वार श्री कमलेश कुमार गुप्ता, गायत्री विद्यापीठ के प्रधानाचार्य श्री सीताराम सिन्हा आदि ने भी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।
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