राष्ट्र चेतना को झकझोरते, आत्मोत्थान व समाज निर्माण की प्रेरणा देते आयोजन
44 गाँवों की भागीदारी, 263 दीक्षा संस्कार हुए
संभल। उत्तर प्रदेश
प्राचीन शिव मंदिर इंटर कॉलेज जयरामनगर, जिला संभल के प्रांगण में दिनांक 17 से 20 अक्टूबर 2024 की तिथियों में 51 कुण्डीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ में 5000 से 7000 लोगों की प्रतिदिन भागीदारी रही। इसे सम्पन्न कराने शान्तिकुञ्ज से श्री राम तपस्या जी की टोली पहुँची थी। कार्यक्रम का आरंभ 2400 कलशों की शोभायात्रा के साथ हुआ। तीन ओर से यह यात्रा निकाली गई, जिसमें जय घोष, नारों, सप्त आंदोलन की झाँकियों के साथ 22 गाँवों की बहिनों ने मस्तक पर कलश धारण कर पूरे क्षेत्र को नवजागृति का संदेश दिया। 263 दीक्षा, दो दर्जन यज्ञोपवीत और दो दर्जन अन्य संस्कार संपन्न हुए। सभी दीक्षित कार्यकर्त्ताओं के मण्डल गठन कर संगठन को सुदृढ़ किया गया।
युग साहित्य प्रज्ञा केंद्र की स्थापना होगी
यज्ञ स्थल पर विराट पुस्तक मेला लगाया गया था। प्रज्ञा मंडल जयरामनगर खलीलपुर ने बताया कि इस यज्ञ से बची धनराशि से एक युग साहित्य प्रज्ञा केंद्र आरंभ करने का निर्णय लिया गया है, जिसके माध्यम से कार्यकर्त्ताओं एवं ग्रामवासियों को परम पूज्य गुरूदेव का समस्त साहित्य स्वाध्याय के लिए उपलब्ध हो सकेगा।
121 गाँवों में युग चेतना का विस्तार
इस यज्ञ के प्रयाज के क्रम में शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि योगाचार्य श्री राम सिंह यादव के मार्गदर्शन में ज्ञानरथ के साथ 121 गाँवों में युग चेतना का विस्तार करने में सफलता मिली। उन्होंने प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को आसन, प्राणायाम, मुद्राओं का अभ्यास कराया और रोगों से सहज मुक्ति के लिए योगाभ्यास बताये। गायत्री शक्तिपीठ बबराला, गायत्री शक्तिपीठ दिनौरा और गायत्री प्रज्ञापीठ खलीलपुर का इस यज्ञ की सफलता में पूर्ण सहयोग रहा।
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