प्रांतीय युग सृजेता शिविर: अपने भीतर की मशाल जलाने का प्रेरणादायक अवसर
|| सूरत, गुजरात, 15 दिसंबर 2024 ||
अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि, परम आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने सूर्यपुत्री ताप्ती नदी के पावन तट पर आयोजित गुजरात प्रांतीय युग सृजेता शिविर के अंतर्गत दीपमहायज्ञ कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की। दीपयज्ञ के इस भव्य आयोजन में जगमगाते हजारों दीपकों की रोशनी से संपूर्ण कार्यक्रम स्थल आलोकित हो उठा।
आदरणीय डॉ. पंड्या जी ने इस कार्यक्रम के विशेष अतिथियों में उपस्थित सूरत डायमंड के प्रसिद्ध उद्योगपति एवं एचआर कंपनी के मालिक सवजीभाई ढोलकिया जी और वेलफेयर डिसएबल ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष, पद्मश्री कनुभाई टेलर जी का गायत्री महामंत्र की चादर और गुरुसत्ता का साहित्य भेंट कर सम्मान किया।
इस उपलक्ष में युवा आदर्श परम आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि- आज अंतस में लौ जलने की आवश्यकता है। व्यक्ति के अंदर नहीं सोच जागने की आवश्यकता है, आज समाज को ऐसे व्यक्तित्व की आवश्यकता है, जो समाज को नई दिशा दिखा सके, जीवन को नई रहा दिखा सके। जीवन देवता की सच्ची आराधना यही है। इस क्रम में ढोलकिया जी ने गायत्री परिवार की विविध गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए जीवन के मौलिक सूत्र की और ध्यान आकर्षित किया। इस उपलक्ष में युगसृजेता स्मारिका का विमोचन किया गया।
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