प्रयागराज महाकुंभ: अखिल विश्व गायत्री परिवार ने भव्य 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का किया शुभारंभ
प्रयागराज, महाकुंभ 2025 –
अखिल विश्व गायत्री परिवार ने महाकुंभ के शुभ अवसर पर भव्य 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ किया। इस पवित्र आयोजन की शुरुआत एक भव्य कलश यात्रा के माध्यम से हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालु और साधक उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
कलश यात्रा का प्रारंभ गायत्री परिवार के वरिष्ठ आचार्यों द्वारा मंत्रोच्चारण और शंखनाद के साथ हुआ। यात्रा में सजे-धजे रथ, गायत्री मंत्र लिखे ध्वज और परंपरागत वाद्य यंत्रों के साथ हजारों श्रद्धालु हर-हर गायत्री के जयघोष करते हुए शामिल हुए। यात्रा ने पूरे प्रयागराज के वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
महायज्ञ की विशेषताएं
यह 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ पूरे कुंभ मेले के दौरान अनवरत चलता रहेगा। यज्ञ में भाग लेने के लिए देश-विदेश से आए साधकों और श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल आध्यात्मिक उन्नति है, बल्कि पर्यावरण शुद्धि, विश्व शांति और समाज में नैतिक मूल्यों की पुनःस्थापना को भी बढ़ावा देना है।
श्रद्धालुओं की भागीदारी
महायज्ञ में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आहुति देंगे। यज्ञ के दौरान वैदिक विधियों और मंत्रों का उच्चारण वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर रहा है। गायत्री परिवार के युवा संगठन और महिलाओं की भागीदारी ने इस आयोजन को और भी अधिक प्रेरणादायक बना दिया है।
समाज को संदेश
गायत्री परिवार के प्रतिनिधियों ने बताया कि यह यज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक माध्यम भी है। इसके माध्यम से स्वच्छता, नशामुक्ति, पर्यावरण संरक्षण और समानता का संदेश दिया जा रहा है।
महाकुंभ के इस भव्य आयोजन ने न केवल श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया है, बल्कि प्रयागराज की पवित्र धरती को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत कर दिया है। गायत्री महायज्ञ का यह अनुष्ठान निस्संदेह महाकुंभ के इतिहास में एक सुनहरे अध्याय के रूप में याद किया जाएगा।
जय गायत्री, जय महाकुंभ।
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