देवपूजन में शामिल हुई विशिष्ट विभूतिया
आश्वमेधिक यज्ञानुष्ठान का शुभारंभ 22 फरवरी को लय, ताल, भाव और संगीत के साथ वैदिक मंत्रों के दिव्य उच्चारण के साथ हुआ। आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने शान्तिकुञ्ज में प्रज्वलित अखण्ड दीप से प्रज्वलित अग्नि के माध्यम से यज्ञशाला में यज्ञाश्व प्रवेश कराया, श्रद्धेया शैल जीजी ने इसका प्रथम पूजन किया, आहुतियाँ दीं, इसी यज्ञाश्व से सभी 1008 कुण्डों में अग्नि स्थापित की गई।
समस्त 33 कोटि देवताओं की विशिष्ट वंदना ने भाग लेने वाले विशिष्ट यजमानों को भावविभोर कर दिया। इस देवपूजन में मुम्बई के हजारों साधक, श्रद्धालु विशिष्ट दम्पतियों की भागीदारी रही। शान्तिकुञ्ज के युग पुरोहित एवं ब्रह्मवादिनी बहिनों ने वेद की मंगल ऋचाओं के गायन व दैवीय शक्तियों के आह्वान के साथ 1008 कुंडीय आश्वमेधिक यज्ञशाला में देवपूजन सम्पन्न कराया।
इस महायज्ञ में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री जगत प्रकाश नड्डा एवं श्रीमती मल्लिका नड्डा, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कला एवं संस्कृति मंत्री सुधीर
मुनगंटीवार एवं श्रीमती सपना मुनगंटीवार, कौशल एवं रोजगार केबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, भाजपा राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिवप्रकाश जी, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावन कुड़े आदि अनेक जनप्रतिनिधियों ने देवपूजन में भाग लिया।
बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध गीतकार समीर अनजान, गायक शंकर
महादेवन, संगीत गायक हिमेश रेशमिया और टीवी सीरियल रामायण में लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता सुनील लहरी, तारक मेहता का उलटा चश्मा की नायिका श्रीमती दिशा वांकाणी, एक्टर श्री विनीत शर्मा सहित अनेक कलाकारों ने भाग लिया।
उद्योग जगत से पधारे गणमान्यों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के फाउंडर डायरेक्टर श्री निखिल मेसवानी, फिरोज मिस्त्री, अहान मिस्त्री, श्रेया दलाल, शेफाली दीवान आदि ने बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ देवपूजन में भाग लिया। यज्ञ में भाग ले रहे केसरिया वस्त्र पहने हजारों साधक-साधिकाएँ पूरी तरह से आध्यात्मिकता के भाव में डूबे दिखाई दिये। ब्रह्म मुहूर्त से
आरंभ हुआ यह क्रम लगभग छह घंटे तक अनवरत चला।
देव पूजन एवं यज्ञ में विशिष्ट प्रयोजनों के लिए दी गई आहुतियाँ
राष्ट्र की कुण्डलिनी के जागरण के लिए आहुति
मानवमात्र के उत्थान के लिए आहुति
पर्यावरण संरक्षण के लिए आहुति
नारी सशक्तिकरण के लिए आहुति
संगठन सहगमन संवर्धन हेतु आहुति
सीमाओं की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान
देने वाले शहीदों की आत्मशान्ति के लिए आहुति
अश्वमेध महायज्ञ की सकारात्मक ऊर्जा के
राष्ट्र के उत्थान में नियोजन के लिए आहुति