इंग्लैण्ड, जर्मनी, लिथुआनिया एवं पोलैण्ड में पहुँचा युग गंगोत्री का दिव्य प्रवाह
अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा-आदर्श, शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी के अथक प्रयासों से इन दिनों यूरोपीय देशों में युगशक्ति गायत्री का विशिष्ट प्रवाह संचरित हो रहा है। उनके प्रयासों से भारतीय ही नहीं, यूरोपीय मूल के लोगों में भी नवसृजन की दिव्य चेतना का उभार, विस्तार देखा जा रहा है। इंग्लैण्ड, इटली, जर्मनी, पोलैण्ड, लात्विया, लिथुआनिया आदि कई देशों के साथ देव संस्कृति विश्वविद्यालय एवं शान्तिकुञ्ज के शैक्षणिक व सांस्कृतिक संबंध निरंतर प्रगाढ़ हो रहे हैं। आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी नवजागरण के इस अभियान को पोषित, पल्लवित करने के लिए समय-समय पर इन देशों के प्रवास पर जाते रहे हैं। अभिनव प्रवास दिनांक 6 अक्टूबर से 20 अक्टूबर 2024 तक का रहा, जिसमें उन्होंने इंग्लैण्ड, जर्मनी, लिथुआनिया एवं पोलैण्ड में कई कार्यक्रम किये। उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण हस्तियों से मुलाकात कर उन तक युग निर्माण आन्दोलन की विचारधारा पहुँचाई।