×
नारी सशक्तिकरण हर समस्या का समाधान है। - आदरणीया शेफाली जीजी
March 24, 2024, 2:41 p.m.
भारतीय नारी शक्ति सम्पन्न है। भारत में नारी देवी के समान पूजनीय है। नारी सशक्तिकरण का तात्पर्य है कि वह अपनी संस्कृति को याद रखे, बच्चों और परिवार को संस्कारवान
बनाए, स्वयं साहस के साथ जनमंगल के कार्यों के साथ जुड़े। परम पूज्य गुरूदेव ने चार सूत्र दिए हैं-नारी शिक्षित हो, नारी स्वावलंबी हो, संस्कारवान हो और स्वस्थ हो-सबल हो।
नारी सशक्तिकरण आंदोलन एक ऐसा आंदोलन है, जिसमें जीवन की सभी समस्याओं का समाधान है। यदि आप संस्कारवान हैं तो आप बच्चों को संस्कारवान बना सकते
हैं। जो हम करेंगे, बच्चे वैसा ही करते हैं। प्रत्येक नारी यदि 10 नारियों को भगवान के इस अभियान से जोड़ दे तो समाज में बहुत बड़ी क्रांति आ सकती है। आप सब यहाँ से संकल्प लेकर जाए कि कम से कम 10 परिवारों को इस महान अभियान से जोड़ेंगे।
Related News
‘फ्यूचर ऑफ लाइफ’ के निदेशक के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर विचार विनिमय
यूरोप प्रवास के अंतिम चरण में आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी लंदन लौटे। यहाँ उनकी प्रसिद्ध संगठन ‘फ्यू...
वारसॉ में भारतीय राजदूत सुश्री नगमा मलिक से चर्चा
बाल्टिक देशों की सफल यात्रा के उपरांत देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय प...
रॉकलो, पोलैण्ड में भारतीय महावाणिज्य दूत से संवाद
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने रॉकलो, पोलैंड में भारत के कॉन्सुलेट जनरल श्री जौहरी जी से मुलाकात की...
लंदन में ब्रिटेन की सुप्रसिद्ध पत्रकार के साथ साक्षात्कार
लंदन में थिंक कम्युनिकेशन की संस्थापिका एवं प्रबंधन निदेशिका, ब्रिटेन की प्रसिद्ध पत्रकार जूली कंगीस...
विल्नियस में दीपयज्ञ : उकेरी सद्बुद्धि के दीप जलाने की प्रेरणाएँ
बाल्टिक देश लात्विया, लिथुआनिया और एस्टोनिया देवों की संस्कृति की पुनीत परंपराओं का अनुपालन सदियों स...
सनातन संस्कृति की विशेषताएँ बताई
मेनबर्ग, जर्मनी आश्रम के पुस्तकालय में भारतीय साहित्य की स्थापना की
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी जर्...
भारतीय राजदूत एवं सहयोगियों से मुलाकात
लिथुआनिया में भारतीय राजदूत माननीय श्री देवेश उत्तम जी, लिथुआनिया के विदेश सचिव श्री जूलियस प्रणवेसि...
नवरात्र साधकों को मिली प्रेरक उछाल
हैरो में प्रमुख कार्यकर्त्ताओं के संग आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी शक्त...
इंग्लैण्ड, जर्मनी, लिथुआनिया एवं पोलैण्ड में पहुँचा युग गंगोत्री का दिव्य प्रवाह
अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा-आदर्श, शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्र...
देसंविवि और जीजीटीयू, बांसवाड़ा के बीच एमओयू
देव संस्कृति विश्वविद्यालय और गोविंद गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय (जीजीटीयू) बांसवाड़ा, राजस्थान के बीच...
गायत्री विद्यापीठ में आयोजित हुई योग प्रतियोगिता
दस जिलों के विद्यार्थी शामिल हुए
तियोगिताएँ आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। - आदरणीया शेफाली पण्ड्या, शिक्षण ...
मातृभूमि मंडपम में देव संस्कृति व्याख्यानमाला
उत्सर्ग को उत्सव की तरह मनाना भारतीय परंपरा है। - आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी
मातृभूमि मंडपम में दे...