शान्तिकुञ्ज की टोली का वियतनाम, सिंगापुर और जापान प्रवास
भव्य स्वागत, कई सम्मेलन, यज्ञ, दीपयज्ञ और आत्मीयता विस्तार के लिए जनसंपर्क के कई कार्यक्रम हुए
इन दिनों युग चेतना के विश्वव्यापी विस्तार के महान लक्ष्य के साथ भारतीय संस्कृति की पताका को अलग-अलग देशों में फहरा रहे देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी जुलाई के प्रथम सप्ताह में पहले वियतनाम, सिंगापुर और फिर जापान के प्रवास पर थे। वे भारत के एकमात्र प्रतिनिधि थे, जिन्हें जापान में विश्व शान्ति और मानवता के हित में आयोजित ऐतिहासिक विश्व सम्मेलन ‘एआई एथिक्स फॉर पीस’ में भारत और हिन्दू धर्म का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त हुआ। इससे पूर्व वियतनाम और सिंगापुर में लम्बे समय से मिशन के लिए कार्य कर रहे कार्यकर्त्ताओं को गुरूसत्ता के ज्येष्ठ प्रतिनिधि का सान्निध्य लाभ प्राप्त करने का अभूतपूर्व अवसर मिला। दोनों देशों में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से मानवता की सेवा कर रहे कई संगठनों और महानुभावों को नई प्रेरणा और नई ऊर्जा प्राप्त हुई।