
वैश्विक शैक्षणिक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
देसंविवि व वीएमयू काउनस लिथुआनिया के बीच हुआ महत्त्वपूर्ण एमओयू
हरिद्वार 20 मार्च।
हरिद्वार स्थित देवसंस्कृति विश्वविद्यालय (देसंविवि) का विस्तार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से हो रहा है। देसंविवि के शैक्षणिक और सामाजिक सरोकारों से अनेक संस्थान जुड़कर कार्य कर रहे हैं। इस कड़ी में देसंविवि और लिथुआनिया के विततस मैग्नस विश्वविद्यालय (वीएमयू) काउंसिल के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षर हुआ।
यह एमओयू शैक्षिक और अनुसंधान संबंधी सहयोग के लिए दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर सहयोग करेगा। इसमें छात्र विनिमय, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शोध कार्य और शैक्षिक विकास के क्षेत्र में साझा पहल की योजनाएं शामिल हैं।
एक वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सहयोग छात्रों और शिक्षकों को अंतर्राष्ट्रीय अनुभव और उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करेगा। इस अवसर पर दोनों प्रमुखों ने विश्वविद्यालयों के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए नए अवसरों की उपलब्धता की बात की, और इसे एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा। इस समझौता पर देवसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या जी एवं वीएमयू रैक्टर प्रोफेसर जूओजस ऑगुटिस ने हस्ताक्षर किया। युवा आइकान ने बताया कि दोनों विश्वविद्यालयों के बीच शिक्षकों और छात्रों का आदान-प्रदान, संयुक्त शोध परियोजनाओं का विकास और नवाचारपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रमों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस सहयोग के माध्यम से शिक्षा और अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्रों में पाँच वर्षों तक सहयोग के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है।