जन्मशताब्दी वर्ष में जनचेतना जगाने का विशिष्ट अभियान
प्रज्ञा अभियान के 12,733 सदस्य बने
मात्र नौ गोष्ठियों में मिली यह शानदार सफलता
इन दिनों गुजरात के गाँव-गाँव में ज्योति कलश यात्रा पहुँच रही है। दूसरी ओर श्रद्धेया शैल जीजी के विशेष आह्वान पर नवयुग की सृजन चेतना को प्रत्येक गाँव के घर-घर तक पहुँचा देने के शानदार संकल्प उभर रहे हैं। विभिन्न शाखाओं के कार्यकर्त्ता पाक्षिक प्रज्ञा अभियान के माध्यम से मिशन की गतिविधियों की जानकारी लोगों को देकर उन्हें परम वंदनीया माताजी की जन्म शताब्दी की विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के लिए उत्साहित हो रहे हैं। श्रद्धेया जीजी का विशेष संदेश और आशीर्वाद लेकर पाक्षिक प्रज्ञा अभियान (गुजराती) के संपादक मण्डल के वरिष्ठ सदस्य श्री प्रकाश भाई मोदी के नेतृत्व में श्री सुनील बंशीधर, रमेशभाई जोशी, अश्विन भाई जानी, हिरेन भाई रावल की टोली मिशन की पत्रिकाओं की सदस्यता अभियान का लक्ष्य लेकर 26 जून 2024 को गुजरात पहुँची। उन्होंने 15 दिनों में विभिन्न जिलों के 9 स्थानों पर गोष्ठियाँ लेकर श्रद्धेया जीजी का संदेश सुनाया। परिणाम बहुत उत्साहवर्धक रहे। शाखा संचालकों ने सबके सहयोग से घर-घर जाकर प्रज्ञा अभियान पहुँचाने और फिर उन सबको क्रमश: मासिक पत्रिका ‘युगशक्ति गायत्री (गुजराती)’ का सदस्य बनाने का संकल्प लिया है। (1) साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में डॉ. ए.एस. पटेल और योगिनी बेन पण्ड्या की मुख्य उपस्थिति में 1100 पाक्षिक की सदस्यता ली गई। (2) गायत्री शक्तिपीठ विजापुर, जिला महेसाणा में डॉ. ए.जे. पटेल एवं श्री कनुभाई रावल की मुख्य उपस्थिति में 500 सदस्य हरेशभाई कंसारा और श्री किरीटभाई सोनी के सहयोग से 400 पाक्षिक की सदस्यता ली गई। (4) कुकरवाड़ा, महेसाणा में श्रीमती चंद्रिकाबेन पटेल एवं श्री अम्बालाल पटेल ने 131 सदस्य बनाए। (5) गायत्री शक्तिYपीठ नवसारी में श्री हितेश भाई देसाई ने 1500 पाक्षिक की सदस्यता ग्रहण की। (6) गीर सोमनाथ के उपजोन समन्वयक श्री हरिसिंह डोडिया और श्री जगमाल भाई ने 801 पाक्षिक की सदस्यता ग्रहण की। (7) राजकोट जिले के वांकानेर में श्री हरिसिंह डोडिया और श्री भरत सिंह जाडेजा की उपस्थिति में 1500 सदस्य बने। (8) जामनगर में प्रज्ञा अभियान के 1500 सदस्य बने, जिसमें श्री हरिसिंह डोडिया और सुश्री प्रीति बेन की मुख्य भूमिका रही। (9) खेड़ा, आणंद में श्री जशुभाई प्रजापति, श्री विनोदभाई भट्ट और श्री हिमांशु भाई ने 5301 पाक्षिक की सदस्यता ग्रहण करते हुए अद्वितीय सक्रियता का परिचय दिया है।