6 जिलों के कार्यकर्त्ताओं का विशाल सम्मेलन
विचार क्रान्ति इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है। - डॉ. चिन्मय जी
रतनगढ़, चुरू। राजस्थान
गायत्री शक्तिपीठ रतनगढ़ में 30 सितंबर 2024 को प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता युवा युगनायक आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी से सत्प्रेरणाएँ
प्राप्त करने के लिए स्थानीय लोगों में गजब का उत्साह था। गंगानगर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़ आदि 6 जिलों से दो-तीन सौ कि.मी. दूरी तय कर लगभग 2000 कार्यकर्त्ता आए। आदरणीय डॉ. चिन्मय जी ने अत्यंत मार्मिक दृष्टातों के माध्यम से मानव जीवन का उद्देश्य और उसकी सफलता, सार्थकता के सूत्रों की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि ईश्वर का राजकुमार अपने पिता की विरासत को सँभालकर ही सबसे ज्यादा सुखी और संतुष्ट होता है। विचार क्रान्ति आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और हम सबको पूरी निष्ठा के साथ भगवान के इस कार्य में भागीदारी करनी चाहिए।
स्वागत में पलक पाँवड़े बिछाये विशाल बाइक रैली निकाली
गोष्ठी के लिए कार्यकर्त्ताओं ने शानदार वातावरण तैयार किया था। उन्होंने संगोष्ठी की पूर्व संध्या-भाईजी श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी की जयन्ती पर 170 बाइकों की रैली निकालकर पूरे नगर का वातावरण आध्यात्मिक बना दिया था। आदरणीय डॉ. चिन्मय जी के स्वागत में एक कि.मी. पहले ही 50 वाहनों का विशाल काफिला उपस्थित था। राजस्थान के पूर्व खनिज एवं पर्यावरण मंत्री श्री राजकुमार रिणवा एवं नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना शर्मा ने उनका साफा एवं माला पहनाकर स्वागत किया। गायत्री परिवार के चूरू उपजोन समन्वयक श्री बालदान चारण, नागौर के जिला अधिकारी श्री सतीश कौशिक और प्राय: सभी प्रमुख कार्यकर्त्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे।