आदर्श कारागार लखनऊ में हुआ 24 कुंडीय महायज्ञ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश : शक्ति साधना पर्व नवरात्र के पावन अवसर पर लखनऊ के आदर्श कारागार में दो दिवसीय सामूहिक साधना कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शान्तिकुञ्ज से पहुँची श्री प्रमोद बारचे, गायक भाव सिंह तोमर एवं वादक यशवंत की टोली ने किया। टोली ने युग संदेश एवं प्रज्ञा गीतों के माध्यम से बंदियों में आत्मसमीक्षा और आत्मसुधार की भावनाएँ जगाइर्ं। 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में इसी भाव और प्रार्थना के साथ आहुतियाँ दिलवाइर्ं। स्थानीय मीडिया प्रतिनिधि श्री अनुराग मौर्य ने बताया कि आयोजन के पहले दिन सायंकाल दीपयज्ञ रखा गया था। बंदियों ने कलात्मक रंगोलियों के साथ सजे दीप प्रज्वलित कर गायत्री मंत्र से भाव आहुतियाँ अर्पित कीं। अगले दिन कारागार के सांस्कृतिक भवन के सभागार में 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ हुआ। कारागार के प्रशासनिक अधिकारियों और बंदियों ने मिलकर यज्ञ किया।
# इस कार्यक्रम के आयोजन में भारत की जेलों में गायत्री महायज्ञ, गायत्री मंत्र लेखन साधना और सद्साहित्य स्थापना के 131 कार्यक्रम और 9 जेलों में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ आयोजित करवा चुके बंदी साधना अभियान के संयोजक सीहोर (मध्य प्रदेश) निवासी कार्यकर्त्ता श्री प्रेमलाल कुशवाहा का विशिष्ट सहयोग रहा।
# शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधियों ने कारागार स्थित पुस्तकालय का निरीक्षण किया, जहाँ बंदीगण गायत्री मंत्र लेखन साधना और स्वाध्याय का नियमित क्रम चलाते हैं।
यज्ञ के लिए यज्ञ कुण्डों के निर्माण सहित समस्त तैयारियाँ बंदियों ने ही की थीं। यज्ञ के समापन पर मुख्य अतिथि डीआईजी डॉ. रामधनी ने गायत्री मंत्र लेखन साधना करने वाले और हवन कुण्ड निर्माण में सहयोगी रहे बंदियों को सम्मानित किया।