कारागारों में व्यक्तित्व परिष्कार शिविरों का आयोजन
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मध्य प्रदेश शासन के सहयोग से चल रहा है वार्षिक प्रशिक्षण का कार्यक्रम
देवास। मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश शासन के जेल विभाग द्वारा कारागारों को आत्म सुधार केन्द्र के रूप विकसित करने का निर्णय लिया गया है। तद्नुसार केंद्रीय कारागार उज्जैन में गायत्री परिवार के सहयोग से वार्षिक व्यक्तित्व परिष्कार शिविर योजना आरंभ कर दी गई है। इसका प्रथम सत्र 18 से 29 अप्रैल 2024 की तिथियों में संपन्न हुआ।
शिविर समापन सत्र में गायत्री परिवार के उपजोन समन्वयक श्री महेश आचार्य जी ने इस अवसर पर बंदियों को शिविर के दौरान बताए गए
विभिन्न साधनात्मक प्रयोगों को जीवन में निरंतर बनाए रखने का अनुरोध किया। पुरूष वॉर्ड का शिविर प्रतिवेदन श्री नरेन्द्र सिंह सिकरवार ने एवं
महिला वॉर्ड का प्रतिवेदन डॉ.नीति टंडन ने प्रस्तुत किया। दोनों वॉर्डो में प्रात: 8 से 10 बजे तक आसन, प्राणायाम, ध्यान के अभ्यास कराए गए।
विषय विशेषज्ञों द्वारा जीवन देवता को सँवारने की प्रेरणाएँ दी गई। श्रीमती माधुरी सोलंकी की टोली ने 28 अप्रैल को आयोजित तीन कुण्डीय यज्ञ के साथ महिला वॉर्ड में पुंसवन, मुंडन, विद्यारंभ संस्कार भी कराए। पुरूष वॉर्ड में श्री एम.एल. रणधवल की टोली ने पंच कुण्डीय यज्ञ के साथ मंत्र दीक्षा एवं यज्ञोपवीत संस्कार कराए।
बंदियों ने इस शिविर की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमें जेल में रहकर इस तरह के जीवनोपयोगी मार्गदर्शन की आशा नहीं थी। उन्होंने
इसके लिए जेल प्रशासन का हृदय से आभार व्यक्त किया। साथ ही हमें प्राप्त जीवन जीने के सूत्रों, आत्मबोध और तत्त्वबोध साधना को जीवन का अंग बनाने का संकल्प लिया।
समारोह का संचालन शिविर के नोडल अधिकारी जेलर श्री सुरेश गोयल ने किया।
बड़वानी। मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश शासन के जेल विभाग द्वारा की गई एक वर्षीय शिविरों की योजना के अंतर्गत गायत्री परिवार द्वारा केन्द्रीय कारागार बड़वानी में दस दिवसीय आत्म परिष्कार शिविर का आयोजन किया गया। इसमें एक सौ पचास बन्दीगणों ने भाग लिया। उन्हें आत्म चिंतन और मनन की प्रेरणा के साथ साधना, स्वाध्याय, संयम, सेवा का पाठ पढ़ाया गया।
29 अप्रैल को शिविर का समापन समारोह आयोजित हुआ। लाभार्थी बंदी भाई श्रीराम जगदीश, नरेंद्र शिवशंकर, सूरज खेमलाल, राधेश्याम कालूजी ने अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि इस शिविर से हमारी दिनचर्या में भक्ति भाव आया है। हम सभी साथी एक-दूसरे को
सम्मान देते हैं और प्रणाम करते हैं। भोजन से पहले गायत्री मंत्र बोलते हैं।
शिविर संचालन में कई विद्वान और संस्थाओं का सहयोग मिला। जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी बंदियों के संकल्प और अभिव्यक्तियों से
बहुत प्रभावित हुए। जिला समन्वयक श्री महेंद्र भावसार ने कहा कि शिविर की सफलता तब है, जब बंदीगण अपने आचरण से कारा प्रशासन को प्रभावित कर सकें, जिसके आधार पर उनकी सजा में कमी कर उन्हें शीघ्र रिहा किया जाए।
श्री संजय सावनेर ने भजन प्रस्तुत किए, श्री गोपालकृष्ण प्रजापति ने समारोह का संचालन किया।
पं. श्रीराम शर्मा आचार्य पुस्तकालय की स्थापना
देवास। मध्य प्रदेश : गायत्री परिवार देवास ने जिला कारागार देवास में युग साहित्य पुस्तकालय की स्थापना की। मीडिया प्रभारी श्री विक्रम सिंह चौधरी ने बताया कि यह स्थापना गायत्री परिवार देवास के अलावा बुधनी से पधारे श्री प्रेमलाल कुशवाह, सीहोर के श्री रामनारायण लेवे, महोहन दांगी, लखीमपुर खीरी (उ.प्र.) के श्री अनुराग मौर्य तथा मेरखेड़ी के श्री महेश चौधरी के प्रयास एवं सहयोग से इस पुस्तकालय की स्थापना की गई है।
इस अवसर पर बंदी साधना अभियान के प्रभारी श्री प्रेमलाल कुशवाह ने बंदियों को संबोधित करते हुए बताया कि देश के 108 कारागारों में पं. श्रीराम शर्मा आचार्य पुस्तकालय का लक्ष्य है। इसके अंतर्गत यह 35वें कारागार में स्थापना हो रही है। बंदियों को नशा न करने की प्रेरणा भी दी गई। जिला कारा उपाधीक्षक श्री अनिल दुबे ने गायत्री परिवार का आभार व्यक्त किया।
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