राजस्थान प्रान्त की विधि-व्यवस्था और भावी कार्यक्रम
राजस्थान के सभी 50 जिलों में कुल 7 ज्योति कलश रथ यात्राएँ निकलेंगी, जो गाँव-गाँव, घर-घर, ढाणी-ढाणी तक पहुँचेंगी। इनका संचालन राजस्थान के 13 उपजोनों के माध्यम से होगा। इन दिनों सातों यात्राओं के लिए जयपुर में महिन्द्रा मैक्स पिकअप गाड़ियों को रथ के आकार में तैयार किया, सजाया जा रहा है, जिन पर शक्ति कलश प्रतिष्ठित किए जायेंगे। सभी जोनों में रथों के संचालन के लिए कार्यकारिणी का निर्धारण किया गया है। कार्यकारिणी के सदस्यों को उनके उत्तरदायित्व सौंप दिये गए हैं। ये कार्यकारिणी रथ संचालन की योजना, पूर्व व्यवस्था, प्रचार-प्रसार के साथ शान्तिकुञ्ज और जोन, उपजोन मुख्यालयों को नियमित रूप से प्रगति विवरण भी प्रदान करेंगी। इन दिनों सातों रथ यात्राओं के आरंभिक क्षेत्रों में घर-घर पहुँचकर लोगों को पीले चावल देते हुए ज्योति कलश समारोहों में आमंत्रित करने का अभियान आरंभ हो गया है। यात्राओं के स्वागत समारोहों में आमंत्रित करने का अभियान आरंभ हो गया है।
पुष्कर पहुँचे शक्ति कलश
शान्तिकुञ्ज से राजस्थान की सभी 7 ज्योति कलश रथ यात्राओं के लिए श्रद्धेया शैल जीजी द्वारा दिये गए शक्ति कलश वर्तमान में जोन मुख्यालय तीर्थराज पुष्कर में प्रतिष्ठित हैं, उनके समक्ष अखण्ड जप चल रहा है।
6 नवम्बर से होगा शुभारंभ
ज्योति कलश यात्राएँ दीपावली के बाद आरंभ होंगी। सातों ज्योति कलश रथ यात्राएँ अलग-अलग उपजोनों में एक साथ संचालित होंगी। 5 नवम्बर को तीर्थराज पुष्कर की परिक्रमा करते हुए सभी शक्तिकलश जयपुर लाये जायेंगे। 6 नवम्बर को आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी द्वारा वर्चुअल पूजन और संदेश के साथ सभी रथों को अपने-अपने क्षेत्रों के लिए रवाना किया जाएगा।
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