यज्ञ चिकित्सा (यज्ञोपैथी) प्रशिक्षण कार्यशाला
यज्ञ चिकित्सा को एक चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से यह एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है. जिसमें निम्न लिखित बिन्दुओं पर व्यावहारिक जानकारी का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
- यज्ञ चिकित्सा (यज्ञोपैथी) क्या हैं? एवं उसका इतिहास.
- यज्ञोपैथी कैसे कार्य करती है? इसके लाभ एवं रोगों में उपयोगिता तथा प्रमाण.
- यज्ञोपैथी की विधि एवं सावधानियां
- स्वास्थ्य रक्षा के लिए यज्ञोपैथी का दैनिक उपयोग
- दे.सं.वि.वि में से रोग विशेष हवन सामग्री कैसे प्राप्त करें?
- यज्ञोपैथी के विस्तार एवं अनुसन्धान में प्रतिभागिता
प्रस्तावित तिथि और समय
- सुबह 8:00 से 5:00 बजे
- सामान्यतः प्रत्येक माह की 10, 20 एवं 30 तिथियों में
- स्थान – शांतिकुंज एवं दे.सं.वि.वि
- प्रस्तावित कुल कार्यशाला – 31
योग्यता
- स्वस्थ व्यक्ति
- उम्र 18 से 60 साल
- नौ दिवसीय संजीवनी साधना शिविर
महत्वपूर्ण बिंदु
- हर कार्यशाला में सीमित स्थान हैं. अधिकतम 40 प्रतिभागियों को ही स्थान मिलेगा.
- ऑनलाइन पंजीयन आवश्यक है.
- जनवरी 2019 से दिसम्बर 2019 तक कुल 31 शिविर चलेंगे.
- यह कार्य शाला रोग निदान एवं चिकित्सा के लिए नहीं हैं. कार्यशाला का उद्देश्य मात्र प्रशिक्षण हैं.
- यज्ञोपैथी लेने के लिए आयुर्वेद एवं स्वास्थ्य संरक्षण विभाग, दे.सं.वि.वि से सीधा संपर्क करें.
संपर्क सूत्र
- यज्ञ अनुसन्धान केंद्र, देसंविवि + 91 9719253335
- पंजीयन @
समय सारणी (परिवर्तनशील) (प्रातः 8:00 बजे से – सायं 5:00 बजे तक) |
विषय | समय |
यज्ञ | सुबह |
पंजीयन - परिचय | 8:00 - 8:30 AM |
यज्ञोपैथी – विशेष परिचय | 8:30 - 9:30 AM |
यज्ञोपैथी - एक समग्र स्वास्थ्य पद्धति | 9:30 - 10:30 AM |
दोपहर का भोजनावकाश | --- |
-यज्ञोपैथी कैसे कार्य करती है? -इसके लाभ एवं रोगों में उपयोगिता तथा प्रमाण. | 12:30 - 1:30 PM |
- यज्ञोपैथी की विधि एवं सावधानियां - स्वास्थ्य रक्षा के लिए यज्ञोपैथी का दैनिक उपयोग - यज्ञोपैथी के विस्तार एवं अनुसन्धान में प्रतिभागिता | 1:30 - 3:00 PM |
लघु अवकाश विश्वविद्यालय प्रस्थान | --- |
यज्ञोपैथी एवं पंजीकरण प्रक्रिया की व्यावहारिक जानकारी | 3:45 - 5:00 PM |