Magazine - Year 1961 - Version 2
Media: TEXT
Language: HINDI
Language: HINDI
भावना के फूल
Listen online
View page note
Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
सम्पादक विभाग-ब्रह्मवर्चस् शान्तिकुञ्ज, हरिद्वार
प्रभु! समर्पण हैं तुम्हें ये भावना के फूल। भेंट क्या दूँ सोचता था, आ गया है आज सम्मुख, अब सभी कुछ है तुम्हारा, -त्रिलोकीनाथ ब्रजवाल