अश्वमेध यज्ञ की तैयारियों से संबंधित मार्गदर्शन करने पहुँचे आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी
ऊर्जा और उल्लास से भर उठे कार्यकर्त्तागण
मुम्बई अश्वमेध महायज्ञ रामराज्य की स्थापना की ओर बढ़ता एक महत्त्वपूर्ण चरण है। समाचार लिखे जाने तक (3 फरवरी 2024) यज्ञ के निर्माण एवं प्रचार कार्यों हेतु मार्गदर्शन करने शान्तिकुञ्ज से 100 से अधिक वरिष्ठ कार्यकर्त्ताओं की टीम यज्ञ स्थल पर पहुँच चुकी है। पूरे देश के समर्पित कार्यकर्त्ता समयदान-श्रमदान के लिए पहुँच गए हैं।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या की पुण्यभूमि से भगवान श्रीराम का आशीर्वाद लेकर आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी सीधे मुंबई पहुँचे। अपने दो दिवसीय प्रवास में उन्होंने चल रहे सभी कार्यों की समीक्षा की
और वरिष्ठ कार्यकर्त्ताओं का मार्गदर्शन किया।
एअरपोर्ट पर भव्य स्वागत आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी के मुम्बई
पहुँचने से मुम्बई के समस्त कार्यकर्त्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ, उत्साह की लहर छा गई। उनकी अगुवानी के लिए बड़ी संख्या में
कार्यकर्त्ता एअरपोर्ट पहुँचे। उत्साह और आनन्द के वे पल अविस्मरणीय थे जब सुप्रसिद्ध संगीतकार श्री शंकर महादेवन के साथ गायत्री मंत्र का सामूहिक संगीतमय गायन किया गया।
विशिष्ट गणमान्यों को आमंत्रण अपने मुम्बई प्रवास में डॉ. चिन्मय जी ने अनेक विशिष्ट गणमान्यजनों से मुलाकात की, उन्हें अश्वमेध महायज्ञ की कार्ययोजना बताई और आमंत्रित किया। इस क्रम में उनकी मुलाकात
संघ प्रमुख माननीय डॉ. मोहन भागवत जी, मशहूर संगीतकार श्री शंकर महादेवन जी एवं उद्योगपति श्री हीरानंदानी जी से हुई।