आदरणीय डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी का 4 दिवसीय मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश प्रवास
अपने 4 दिवसीय मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश प्रवास में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि आदरणीय डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी गायत्री शक्तिपीठ मऊरानीपुर पहुंचे और मां गायत्री का पूजन कर परिजनों से भेंट की।
तत्पश्चात् वे बुंदेलखंड क्षेत्र में टीकमगढ़ जिले के जतारा स्थित गायत्री शक्तिपीठ पहुंचे और मां गायत्री का पूजन कर गायत्री परिजनों से भेंट की । आदरणीय डॉक्टर पंड्या जी इसी क्रम में विराट 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में सायंकालीन दीपयज्ञ के अवसर पर पहुंचे और उन्होंने हजारों परिजनों को गुरुसत्ता का अमृत संदेश प्रदान किया। इस अवसर पर भारत सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के केन्द्रीय मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार खटीक जी भी उपस्थित थे।
अपने संदेश में डॉ पंड्या जी ने गायत्री महायज्ञ एवं यज्ञ की महत्ता की व्याख्या करते हुए कहा कि यज्ञ भारतीय संस्कृति की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान की समस्त विश्व की समस्याओं के समाधान के रूप में यज्ञ सर्व समर्थ है। यहां तक कि भगवान राम एवं कृष्ण ने भी वातावरण की पवित्रता और शुद्धि के लिए यज्ञों का आयोजन किया।
मानव जीवन की गरिमा के संदर्भ में यज्ञ की व्याख्या करते हुए उन्हें कहा कि मानवीय गुणों को अपने अंदर आत्मसात कर मानवता की पीड़ा को दूर करना आज का यज्ञ है। त्याग, प्रेम, सहकार, दया, करुणा, अपनत्व जैसे गुणों को अपना कर समाज में सुविधा संवर्धन, पीड़ा निवारण और पतन के निवारण को लक्ष्य बनाकर सेवा यज्ञ में अपने समय, श्रम, प्रतिभा, धन साधन एवं योग्यता की आहुति देने का संकल्प ही इस विराट विराट यज्ञ का उद्देश्य है।
केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक जी ने अपने उद्बोधन में परम पूज्य गुरुदेव एवं माताजी को नमन करते हुए उन्होंने भारत सरकार के नशा मुक्ति कार्यक्रम में गायत्री परिवार की विशेष भूमिका की सराहना की।