दिवंगत हो गए शान्तिकुञ्ज के जीवनदानी कार्यकर्ता
श्री भरत साहू
शान्तिकुञ्ज के शक्तिपीठ प्रकोष्ठ में सेवारत श्री भरत साहू 54 वर्ष की उम्र में दिनांक 28 सितम्बर 2024 को श्राद्ध पक्ष की एकादशी के पावन दिन अपनी गुरूसत्ता की सूक्ष्म चेतना में विलीन हो गये। वे 1993 में शान्तिकुञ्ज आ गये थे। श्री भरत साहू ने प्रारंभ में सुरक्षा विभाग में सेवाएँ दीं। उसके बाद वे जागरूक एवं जिम्मेदार मौन साधक की गरिमा के अनुरूप सन् 2000 से शक्तिपीठ प्रकोष्ठ में पूर्ण मनोयोग के साथ सेवा दे रहे थे। उन्होंने देशभर के अनेक शक्तिपीठों व केन्द्र के बीच सामजंस्य स्थापित करने में बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।स्व. श्री भरत साहू ग्राम भुरका, तहसील अभनपुर जिला रायपुर, छत्तीसगढ़ के मूल निवासी थे। चार भाइयों में वे अपने माता-पिता की तीसरी संतान थे। श्रद्धेय डॉ. साहब एवं श्रद्धेया शैल जीजी की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से श्रीमती सीताञ्जलि साहू से उनका विवाह हुआ। उनके एकमात्र सुपुत्र 20 वर्षीय श्री आशुतोष ने उन्हें मुखाग्नि दी।