राजस्थान और दिल्ली में नवसृजन के संकल्प उभारते विशाल सम्मेलन
वेदमाता गायत्री और प्रज्ञेश्वर महादेव की प्राण प्रतिष्ठा
15000 कलशों की शोभायात्रा, गायत्रीमय हो गया कालवाड़
कालवाड़, जयपुर। राजस्थान
श्रद्धा, विश्वास अडिग रखें, सद्गुरू और भगवान सहज ही मिल जाएँगे। - आदरणीय डॉ. चिन्मय जी
गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ में 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ वेदमाता गायत्री और प्रज्ञेश्वर महादेव की प्राण प्रतिष्ठा हुई। कालवाड़ वासियों पर पावन गुरूसत्ता की विशेष कृपा हुई, शक्तिपीठ का लोकार्पण करने शान्तिकुञ्ज से युवा युगनायक डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी पहुँचे। उन्होंने कलश यात्रा के शक्तिपीठ में पहुँचने पर विशाल जनमेदिनी को सच्ची भगवद्भक्ति और युगधर्म का बोध कराया। उन्होंने कहा कि श्रद्धा, समर्पण और विश्वास से कोई भी व्यक्ति भगवान और गुरू की कृपा को सहज ही प्राप्त कर सकता है। देसंविवि के प्रति कुलपति आद. डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में संकट आते हैं। भक्त और शिष्य का विश्वास संकट में भी डगमगाना नहीं चाहिए। हमें हमेशा श्रेष्ठ कर्म करते रहना चाहिए और मन में यह विश्वास रखना चाहिए कि भगवान रूपी सीसी कैमरे की नजर हमारे ऊपर चौबीसों घंटे बनी हुई है।इस विराट कलश यात्रा का शुभारंभ 30 सितम्बर को 15000 महिलाओं की भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। देवताओं, महापुरूषों सहित कई आकर्षक झाँकियों के साथ तीन स्थानों से आरंभ हुई इस अभूतपूर्व शोभायात्रा से पूरा कालवाड़ गायत्रीमय हो गया। इस यात्रा ने नशामुक्ति, कुरीति उन्मूलन का बड़ा प्रभावशाली संदेश नगरवासियों को दिया। कलश यात्रा देखकर नगरवासी भावविभोर थे। उन्होंने जगह-जगह पूरी यात्रा पर पुष्पवर्षा की। कालवाड़ की मस्जिद से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुष्प वर्षा कर कलश शोभायात्रा का स्वागत किया। मुस्लिम युवाओं ने फल
भी वितरित किए। शान्तिकुञ्ज से आई श्री शशिकांत सिंह की टोली ने कार्यक्रम सम्पन्न कराया। श्रीमती गायत्री कचोलिया ने अपने ओजस्वी प्रज्ञा गीतों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। आरंभ में राजस्थान जोन प्रभारी शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि श्री गौरीशंकर सैनी, राजस्थान जोन समन्वयक श्री ओमप्रकाश अग्रवाल, श्री सतीश भाटी, डॉ. प्रशांत भारद्वाज, लवाड़ शक्तिपीठ के मुख्य ट्रस्टी श्री धर्मसिंह राजावत, कालवाड़ गाँव के सरपंच श्री त्रिवेंद्र सिंह ने आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी का राजस्थानी साफा पहनाकर और तलवार भेंट कर अभिनंदन किया। गायत्री महायज्ञ में कैबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह जी की धर्मपत्नी गायत्री जी और गायत्री कटारिया जी ने भी पूरी श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ आहुतियाँ अर्पित कीं।