आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी पवहारी बाबा के दिव्य आश्रम पधारे।
विचार क्रांति की अलख जन- जन में जगाने एवं परिजनों के श्रद्धासंवर्धन एवं जनसंपर्क के क्रम में चार दिवसीय मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश प्रवास के चौथे दिन अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी वीरों की भूमि एवं लुहरी काशी कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश की पावन धरा गाजीपुर पधारे पहुंचे। गाजीपुर आगमन के साथ ही आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी पवहारी बाबा के दिव्य आश्रम पधारे। उन्होंने प्रसिद्ध संत पवहारी बाबा की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की एवं आश्रम के प्रकल्पों से अवगत हुए ।
तत्पश्चात आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र के गायत्री शक्तिपीठ गाजीपुर पहुंचे और उन्होंने मां गायत्री का पूजन कर नवनिर्मित प्रखर प्रज्ञा एवं सजल श्रध्दा का लोकार्पण किया और साथ ही परिसर के नवनिर्मित कक्षों का उद्घाटन भी किया। परिजनों को संबोधित करते हुए डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने वर्ष २०२६ के अद्भुत संयोगों, आयोजन से सभी को अवगत कराते हुए श्रद्धा को सक्रियता प्रदान कर नवसृजन के निमित्त जिम्मेदारियों के बोध के साथ पुरुषार्थ को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाकर उत्साहपूर्वक जुट जाने का आवाहन किया।