बाल दिवस पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में अल्फाबेट स्कूल के नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों ने शैक्षणिक और सांस्कृतिक स्थलों का अवलोकन किया।
“नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिन्द, जय हिन्द, जय हिन्द!”
आज बाल दिवस पर हम यह पुनः स्मरण करते हैं कि हमारे बच्चों में अपार संभावनाएँ हैं और यही नन्हे हौंसले एक दिन देश को नई दिशा और ऊँचाइयाँ देंगे ।
इस अवसर पर, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में अल्फाबेट स्कूल के 65 नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के साथ विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और सांस्कृतिक स्थलों का अवलोकन किया।
साथ ही, राजकीय विद्यालय, पौढ़ी गढ़वाल का एक ग्रुप भी विश्वविद्यालय आया था। उन्हें विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों से परिचित कराया गया और वे भी इस शैक्षणिक वातावरण का अनुभव लेकर काफी प्रसन्न हुए ।
भ्रमण के पश्चात, इन सभी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। डॉ. पंड्या जी ने बच्चों का अत्यंत स्नेह और आत्मीयता से स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया। बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और उल्लास ने इस मुलाकात को अविस्मरणीय बना दिया ।
आज के इस खास दिन पर हम यह मानते हैं कि बच्चों की शिक्षा, उनका आत्मविश्वास और उनकी ऊर्जा ही राष्ट्र के निर्माण में सहायक होते हैं। हम अपने बच्चों में एक सशक्त, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक का निर्माण कर रहे हैं, जो आने वाले समय में हमारे देश के उज्जवल भविष्य को आकार देंगे ।