पतित पावनी माँ गंगा की गोद को निर्मल करने पहुँचे गायत्री के पुत्र श्री महालक्ष्मी का सम्मान करें हर की पैड़ी क्षेत्र से कई टन गंदगी निकाली
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी के नेतृत्व में हर की पैड़ी क्षेत्र में चलाया जा रहा सफाई अभियान
माँ गंगा मोक्षदायिनी है। यह हमारे तन को ही नहीं, मन को भी निर्मल करती है। इसे स्वच्छ, निर्मल, अविरल बनाए रखना प्रत्येक व्यक्ति का नैतिक कर्त्तव्य है, धर्म है। - श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी
स्वच्छता-श्रमदान में 7 वर्ष के बच्चे से लेकर 80 वर्षीय वयोवृद्धों ने पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया। कई के पैरों में चोटें आई, फिर भी वे पूरे भक्तिभाव से सफाई अभियान में जुटे दिखाई दिये।
हरिद्वार में विजयादशमी के पश्चात् माँ गंगा के प्रवाह को नियंत्रित कर हर की पैड़ी क्षेत्र में स्वच्छता एवं मरम्मत का काम किया जाता है। इस गंगा क्लोजर के समय शान्तिकुञ्ज से सैकड़ों कार्यकर्त्ता पिछले दो दशकों से हर वर्ष माँ गंगा की सफाई के लिए पहुँचते रहे हैं। इनमें शान्तिकुञ्ज के कार्यकर्त्ता, शिविरार्थी साधक, देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिवार और गायत्री विद्यापीठ के बच्चे भी शामिल होते हैं। इस वर्ष आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी के नेतृत्व में 29 अक्टूबर को लगभग 800 कार्यकर्त्ता गंगा सफाई के लिए पहुँचे थे। पीले परिधान पहनकर हर की पैड़ी से लेकर ललिताराव पुल तक फैले ये साधक कार्यकर्त्तागण माँ गंगा को अद्भुत दिव्यता प्रदान कर रहे थे। कार्यकर्त्ताओं ने अनेक मानव शृंखलाएँ निर्मित कीं और बड़े-बड़े पत्थरों के नीचे फँसे कपड़ों को, खण्डित मूर्तियों को और तरह- तरह की अन्य गंदगी को गंगातटों तक पहुँचाया। कई टन कूड़ा-कचरा निकाला। बाद में हरिद्वार नगर निगम द्वारा इसका उचित स्थान पर निस्तारण किया गया।
स्वच्छता-श्रमदान में 7 वर्ष के बच्चे से लेकर 80 वर्षीय वयोवृद्धों ने पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया। कई के पैरों में चोटें आई, फिर भी वे पूरे भक्तिभाव से सफाई अभियान में जुटे दिखाई दिये।